6 का विश्वास, जब परमेश्वर ने इब्राहीम के वंश को तारों के समान बनाने की प्रतिज्ञा दी, अथवा उत्पत्ति 17 का विश्वास जब परमेश्वर ने उसे उसकी उम्र और सारा के बाँझपन के बावजूद अगले वर्ष में एक पुत्र की प्रतिज्ञा दी, अथवा उत्पत्ति 22 का विश्वास, जब इब्राहीम ने अपने पुत्र इसहाक को भेंट चढ़ाया? क्या हम विश्वास की प्रथम झिलमिलाहट से ही धर्मी ठहराये जाते हैं या आजीवन विश्वास के द्वारा?