स्थिरीकरण का प्रयोग न करने वाली श्रेष्ठ दूरबीनों को त्रिपाद पर लगाने के बाद, उनसे प्राप्त तस्वीर कहीं बेहतर होती है, साथ ही स्थिरीकरण वाली दूरबीनें अपनी समतुल्य स्थिरीकरण का प्रयोग न करने वाली दूरबीनों से महंगी तथा भारी होती हैं.
22.
जैसे कि), और फिर वे रन से दूर एक सील सुरक्षा कक्ष, एक पिछले दरवाजे से आग उठाया है, और चारों ओर एक कोने-शॉट है और मशीन द्वारा त्रिपाद तोपों की तोपें, लेजर के द्वारा हवा और खानों गच्चा.
23.
जन्म कुंडली में शनि जिस भाव में बैठे होते हैं, वहाँ से तृतीय तथा दशम भाव को एकपाद दृष्टि से पंचम तथा नवम भाव को द्विपाद दृष्टि से, चतुर्थ तथा अष्टम भाव को त्रिपाद दृष्टि से, सप्तम, तृतीय एवं दशम भाव को पूर्ण दृष्टि से देखते हैं।
24.
त्रिपुष्कर योग (Tripushkar) त्रिपुष्कर योग का निर्माण भद्रा तिथि यानी द्वितीया, सप्तमी व द्वादशी में होता है जबकि वार हो रविवार, मंगलवार या शनिवार और त्रिपाद नक्षत्र में से कोई यानी कृतिका (kritika), पुनर्वसु (Punarvasu), पू. फा., उ.ष ा. एवं पू. भा द. आकर संयोग करे।