ख-कोई भी संपत्ति जो कि दत्तक ग्रहण करने के पूर्व दत्तक संतान की थी वह लगातार उसी की बनी रहेगी तथा उस संपत्ति के स्वामित्व के साथ जुड़े हुए तमाम दायित्व, जैसे उस के जन्म परिवार के रिश्तेदारों के भरण पोषण के दायित्व, दत्तक ग्रहण के पूर्व की भांति बने रहेंगे।
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3. कि मैं स्पष्ट रूप से सामान्यत: सभी व्यक्तियों और विशेष रूप से संबंधियों एवं मित्रों को अधिकृत करता हूं और अनुरोध करता हूं कि इसके पश्चात् सभी अवसरों पर मुझे, मेरी पत्नी, मेरे बच्चों, दत्तक संतान को तदनुसार ग्रहण किए गए ऐसे नाम / उपनाम...................... से अभिहित और संबोधित करें ।