बिशन सिंघ की बारी आई और वाघा के उस पार मुत्तलिक अफ़सर उस का नाम रिजिस्टर में दरज करने लगा तो उस ने पूछा ” टोबा टेक सिंघ कहां है?
22.
बिशन सिंघ की बारी आई और वाघा के उस पार मुत्तलिक अफ़सर उस का नाम रिजिस्टर में दरज करने लगा तो उस ने पूछा ” टोबा टेक सिंघ कहां है?
23.
(सरज = माला) हुआ जब था ये अहसास हमको, तुम ही हो हर जन्नत हमारी, तब जिगर ने उसे कर लिया था, अपने पटल पर दरज कहकर।
24.
लाखों आदमियों के नाम काटे जा चुके हैं, और इससे आगे जब तक यह जमीन खतम होगी, तब तक हमारे जैसे लाखों आदमियों के नाम दरज होते जाएँगे और लाखों के नाम काटे जाएँगे।
25.
को इस्लाम में आकर गाज़ी महमूद के नाम से मोसूम हुए मगर मेरी मुलाकात उनसे बहुत पहले हुयी थी उस मुलाकात की ज़रूरत और शरह खुद उन्हीं के अल्फाज़ में मज़ा देगी जो दरज जैल हैं।
26.
@ रचना आंटी जी यह आप मुझे बता रही है या खुद याद कर रही है, आपने एक बार ब् लागर्स से आपत्ति दरज करवाई थी अपने ब् लाग की उस पोस् ट पर दूसरे न.
27.
बिशन सिंघ की बारी आई और वाघा के उस पार मुत्तलिक अफ़सर उस का नाम रिजिस्टर में दरज करने लगा तो उस ने पूछा ” टोबा टेक सिंघ कहां है?-पाकिस्तान में या हिंदुस्तान में? “
28.
इस हिन्दी के दुशमन के प्रति नर और नारीयां एवं किन्नर भी विरोध दरज करवाने के लिये सादर आमंत्रित हैं, अगर आज में को मी प्रचलित करवाने वाले का विरोध ना किया गया तो कल कोई अलबेला को अलबेली अर्थात अलबेली छतरी प्रचलित कर सकता है, सांकल खुली है आपका अवधिया चाचा
29.
ओ हो ताउ जी जद ही काल रात नै मै फ़्रीज से गुलाब जामुन काढ के खा ग्या-थारे बाद वा सुर्पणखा मेरे धोरे आई थी-सबेरे श्रीमति ने पुछ्या के “गुलाम जामण कठे गये”तो मै बोल्या “मन्ने तो नही खाए” इब या बात याद आई “किसी ने कहि्यो ना” नही तो मेरे खिलाफ़ मुकदमा दरज हो जा गा-मामला शुगर का सै-राम-राम
30.
ओ हो ताउ जी जद ही काल रात नै मै फ़्रीज से गुलाब जामुन काढ के खा ग्या-थारे बाद वा सुर्पणखा मेरे धोरे आई थी-सबेरे श्रीमति ने पुछ्या के “गुलाम जामण कठे गये”तो मै बोल्या “मन्ने तो नही खाए” इब या बात याद आई “किसी ने कहि्यो ना” नही तो मेरे खिलाफ़ मुकदमा दरज हो जा गा-मामला शुगर का सै-राम-राम