| 21. | प्रतिहारवंशी राजा महेन्द्रपाल के दानपत्र की तीन पंक्तियाँ (शिवराममूर्ति के आधार पर)
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| 22. | दूसरा गंग राजा सामंतवर्मन था जिनका पोन्नुतुरू दानपत्र भी उन्हें त्रिलिंगाधिपति घोषित करता है।
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| 23. | शबाना दानपत्र का मसौदा मुंबई से ही एक अधिवक्ता से तैयार कराकर लाई थीं।
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| 24. | वीरवर्मा के डाही दानपत्र में संक्षेप में चंदेलसाम्राज्य की अनेक जातियों का उल्लेख हुआ है.
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| 25. | इस दानपत्र की लिपि में और अतिरणचंड़ेश्वर के गुफालेख की लिपि में काफ़ी साम्य है।
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| 26. | प्रतीहार राजा महेंद्रपाल (891-907) का दानपत्र भी देवनागरी लिपि में है।
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| 27. | दानपत्र पर हस्ताक्षर करते समय उस व्यक्ति की अंतश्चेतना एक बार पुनः प्रबल हो उठी.
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| 28. | सामंतवर्धन के पश्चात राजा हस्तिवर्मन का उल्लेख नरसिंहपल्ली ताम्रपत्र तथा उरलाम दानपत्र से प्राप्त होता है।
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| 29. | गंगवंशीय अंतिम प्राप्त अभिलेख है देवेन्द्रवर्मन के पुत्र अनन्तवर्मन का धर्मलिंगेश्वर दानपत्र (702 ई.)
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| 30. | मैं इतिहास और भूगोल के संदर्भ में भीष्मचन्द के चंपावत दानपत्र शाके 1434 (सन् 1512 ई.)
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