मूल समतल से उसका ' दिगंश कोण ' (azimuth angle)-इसके लिए अक्सर ' φ ' का चिह्न प्रयोग होता है
22.
इन वेशालाओं में उन्नतांश, दिगंश, विषुवदंश्, क्रांति, घटी-कोण, आदि मापने के ज्योतिष उपकरण पत्थर, चूने आदि से बने हैं।
23.
त्रिज्या दूरी ' r ', ध्रुवीय कोण ' θ ' (थीटा), और दिगंश कोण ' φ ' (फ़ाई).
24.
टाइको और उसके शिष्यों ने 21 वर्षों तक खगोलीय पिंडों के निर्देशांक (उन्नतांश, दिगंश, विषुवदंश और क्रांति) संबंधी व्यापक प्रयोग किए।
25.
वाटरलू, वांग्कायो (Huancayo), एब्रो, पैरिस, बटेविया जैसे अनेक स्थानों में परिणामी भू-धारा की दिशा को एक ही दिगंश (azimuth), या उसके विपरीत, तक सीमित पाया गया है।
26.
उपकरण के कलेवर को ऊर्ध्वाधर अक्ष के चारों ओर घुमाया जा सकता है और आधार पर स्थित क्षैतिज वृत्ताकार मापनी पर उसका दिगंश (azimuth) पढ़ा जा सकता है।
27.
उदाहरण के लिए अगर किसी धरती पर खड़े दर्शक के लिए किसी तारे का दिगंश मापना हो तो खगोलीय निर्देशांक पद्धति के अनुसार यह किया जा सकता है।
28.
जन्तर-मन्तरका प्रमुख यन्त्रहरूमा सम्राट यन्त्र, नाडी वलय यन्त्र, दिगंश यन्त्र, भित्ति यन्त्र,मिस्र यन्त्र, आदि प्रमुख छन्, जसको प्रयोग सूर्य तथा अन्य खगोलीय पिंडहरूको स्थिति तथा गतिका अध्ययनमा गरिन्छ।
29.
निष्क्रिय गोली झटका लहर “होश” और / या गोली निकल बंदूक ट्यूब से थूथन विस्फोट करने के लिए सापेक्ष 5.56 दिगंश ऊंचाई और सीमा प्रदान-12.7 मिमी हथियार
30.
दिगंश निर्धारण और त्रिभूजन कोणों (triangulation angles) के मापन हेतु ऐसे थियोडोलाइटों का उपयोग किया जाता है, जो समान्य सर्वेक्षण में काम आनेवालों स अधिक सूक्ष्म एवं परिशुद्ध होते हैं।