दरअसल तिब्बती विद्रोह की इस सालगिरह के ठीक दो दिन पूर्व चीन सरकार का वो वक्तव्य चौंकाने वाला था कि नए दलाई लामा का अवतार या देहधारण तिब्बत में ही होना चाहिए.
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दरअसल तिब्बती विद्रोह की इस सालगिरह के ठीक दो दिन पूर्व चीन सरकार का वो वक्तव्य चौंकाने वाला था कि नए दलाई लामा का अवतार या देहधारण तिब्बत में ही होना चाहि ए.
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ईसा मसीह स्वयं परमेश्वर थे जो पतन हुए (पापी)सभी मनुष्यों को पाप और मृत्यु से बचाने के लिए जगत में देहधारण होकर (देह में होकर) आए थे | परमेश्वर जो आत्मा हैं
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“मेरी कलम से लिखे पहले ही वचनों से मैं आपको इस मनुष्य की पहचान से स्तम्भित और अभिभूत कर दूँगा जिसने कि देहधारण किया और हमारे मध्य निवास किया, ताकि कोई भूल न हो।
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ईसा मसीह स्वयं परमेश्वर थे जो पतन हुए (पापी) सभी मनुष्यों को पाप और मृत्यु से बचाने के लिए जगत में देहधारण होकर (देह में होकर) आए थे | परमेश्वर जो आत्मा हैं
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इससे क्या सिद्ध हुआ कि जो अज्ञानी मनुष्य ईश्वर के देहधारण करने से सगुण और देहत्याग करने से निर्गुण उपासना कहते हैं, यह उनकी कल्पना वेद शास्त्रों के प्रमाणों और विद्वानों के अनुभव से विरुद्ध होने के कारण मान्य नहीं है ।
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इस्लाम भी अपने प्रमुख ग्रन्थ ‘ कुरान शरीफ ' के सूरा-ए-मरियम खण्ड में प्रभू यीशू ख््राीष्ट को ‘ रुह अल्लाह ‘ (आत्मरुप परमेश्वर का देहधारण) तथा उसकी कुमारी माता मरियम को मनुष्यों के बीच सब नारियों मे परम पवित्र घोषित करतें हैं।
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इसी कारण स्वप्न में एक देवदूत के दर्शन करने के बाद उन्होंने देहधारण के रहस्य में प्रवेश किया, देवदूत उनसे कहता हैः “”योसफ! दाऊद की संतान! अपनी पत्नी मरियम को अपने यहाँ लाने में नहीं डरे, क्योंकि उनके जो गर्भ है, वह पवित्र आत्मा से है।
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पुराना नियम ' प्रभु ख््राीष्ट के देहधारण से 700 वर्ष पूर्व साक्षी देता है-‘ जिसमे कोई पाप नहीं था ' (यशायाह 53 ः 9), ‘ जो कुमारी से जन्मेगा तथा उसका नाम इम्मानुएल अर्थात् ‘ परमेश्वर हमारे साथ में रखा जायेगा (यषायाह 7 ः 14) ।
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इस संसार में बेचारा वृक्ष पृथिवी, जल, वायु आदि तत्त्वों के कारण, न कि किसी पुरुष द्वारा किये गये उपकार के कारण, जन्म, वृद्धि और फल-मूल आदि समृद्धि को प्राप्त होकर अपने देहधारण से छाया, पत्तियाँ, फूल फल आदि द्वारा बारबार लोगों का उपकार करता है, किसी का तनिक भी अपराध नहीं करता, फिर भी वह कुल्हाड़ियों से काटा जाता है।