‘‘किसी व्यक्ति को उस के प्राण या दैहिक स्वतंत्रता से विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही वंचित किया जा सकता है अन्यथा नहीं।
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' ' किसी व्यक्ति को उसके प्राण या दैहिक स्वतंत्रता से विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही वंचित किया जायेगा अन्यथा नहीं. ''
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में नारी की दैहिक स्वतंत्रता व सामाजिक उपयोगिता पर जो बहस चल रही है वह रोचक तो है ही, बहुत महत्वपूर्ण भी है ।
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में नारी की दैहिक स्वतंत्रता व सामाजिक उपयोगिता पर जो बहस चल रही है वह रोचक तो है ही, बहुत महत्वपूर्ण भी है ।
25.
न सिर्फ़ अपने दैहिक स्वतंत्रता को जतलाती है बल्कि गर्भ धारण करने से बचने के सैकडों वैकल्पिक उपाय होते हुए भी गर्भ धारण करती है ।
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न सिर्फ़ अपने दैहिक स्वतंत्रता को जतलाती है बल्कि गर्भ धारण करने से बचने के सैकडों वैकल्पिक उपाय होते हुए भी गर्भ धारण करती है ।
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21. प्राण और दैहिक स्वतंत्रता का संरक्षण-किसी व्यक्ति को उसके प्राण या दैहिक स्वतंत्रता से विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही वंचित किया जाएगा, अन्यथा नहीं।
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21. प्राण और दैहिक स्वतंत्रता का संरक्षण-किसी व्यक्ति को उसके प्राण या दैहिक स्वतंत्रता से विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार ही वंचित किया जाएगा, अन्यथा नहीं।
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भारतीय संविधान में प्राण और दैहिक स्वतंत्रता के संरक्षण का उपबंध किया गया है जिसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को मानव गरिमा के साथ जीने का अधिकार है।
30.
युवाओं ने आज प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के नये प्रतिमान गढ़ लिए हैं, स्वच्छंदता महानगरीय जीवनशैली का अमर्यादित उपभोग एवं पोषण इस स्वतंत्रता का पैमाना बना दिया गया है।