बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने सेशन कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करके कहा है कि मान्यता कानूनन उनकी पत्नी नहीं हैं इसलिए उनके ऊपर बाइगैमी या द्विविवाह का मुक़दमा नहीं बनता है.
22.
अगर वहाँ एक अमान्य तलाक या द्विविवाह है., मामले के परिवार कानून पहलू के लिए बाहर स्ट्रेट स्थिति आव्रजन आवेदन के पति आधारित समायोजन के साथ आगे बढ़ने से पहले की जरूरत है.
23.
जान-माल की सुरक्षा, घरेलू हिंसा, द्विविवाह, भरण-पोषण, अपहरण, देह व्यापार, यौन उत्पीड़न, नौकरी व पेंशन आदि के मामले भी लगातार राज्य महिला आयोग के पास आ रहे हैं।
24.
इस मामले में संजय दत्त पर बाइगैमी या द्विविवाह का मामला चल सकता है जिससे बचने के लिए संजय दत्त ने कोर्ट में कहा है कि गोवा के कानून के मुताबिक उनकी शादी हुई ही नहीं है।
25.
पर दो शादियों से प्रति एक यौन अवैध कार्य नहीं है हो रही है क्योंकि द्विविवाह यहाँ जगह से बाहर किया जाना चाहिए दूसरे या बाद के समय के लिए शादी करके विवाह पंजीकरण प्रणाली से खिलवाड़ के लिए.
26.
इस प्रकार ज्योतिषीय योगों की परीक्षा उपरोक्त कुंडलियों के ग्रह-योगों पर करते हैं तो यह स्पष्ट हो जाता है कि निर्देशित प्रेम-विवाह के योग, द्विविवाह एवं बहु विवाह के योग परिलक्षित हो रहे हंै और वस्तु स्थिति भी यही है।
27.
आयोग के समक्ष मुख्य रुप से घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, दहेज यातना, अभित्यजन, द्विविवाह, बलात्कार, प्राथमिकी दर्ज करने से मना करने, पति द्वारा निर्दयता, दुराचार, लिंग भेद और यौन उत्पीड़न के मामले आते है।
28.
2008-04-08T11: 38:03+00:00 text/plain hi BBCHindi.com http://www.bbc.co.uk/hindi/ Story, Entertainment no titleमेरी पत्नी नहीं है मान्यताः संजय दत्त http://www.bbc.co.uk/go/wsy/pub/rss/1.0/-/hindi/entertainment/story/2008/04/080408_sanjay_manyata.shtml अभिनेता संजय दत्त ने पुनर्विचार याचिका दायर करके कहा है कि मान्यता कानूनन उनकी पत्नी नहीं हैं इसलिए उनके ऊपर द्विविवाह का मुक़दमा नहीं बनता है.
29.
इसका मतलब यह है कि अगर पति और पत्नी एक दूसरे से अलग रहने के हकदार हैं, न तो उनमें से एक किसी अन्य व्यक्ति से शादी करने की अनुमति दी है, क्योंकि अगर वह / वह ऐसा करता है, वह / वह द्विविवाह प्रतिबद्ध है.
30.
मुंबई मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता लाने के मकसद से तीन दिवसीय वर्कशॉप के बाद देशभर के 60 से अधिक मुस्लिम कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने विवाह, तलाक, द्विविवाह और बहुविवाह समेत अन्य मामलों पर मुस्लिम पर्सनल लॉ को संहिताबद्ध करने का फैसला किया है।