इस तरह लिखने से धनु कोष्ठक कहां हैं यह तुरंत पता चल जाता है, और उनके बीच स्थित कोड खंड का स्वरूप भी स्पष्ट नजर आता है।
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इस तरह लिखने से धनु कोष्ठक कहां हैं यह तुरंत पता चल जाता है, और उनके बीच स्थित कोड खंड का स्वरूप भी स्पष्ट नजर आता है।
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यदि बायां धनु कोष्ठक चिह्न आया हो तो उसका जोड़ीदार दायां कोष्ठक चिह्न भी सही जगह पर डालना होगा, अन्यथा आपका प्रोग्राम ठीक तरह से काम नहीं करेगा।
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यदि बायां धनु कोष्ठक चिह्न आया हो तो उसका जोड़ी दार दायां कोष्ठक चिह्न भी सही जगह पर डालना होगा, अन्यथा आपका प्रोग्राम ठीक तरह से काम नहीं करेगा।
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यदि बायां धनु कोष्ठक चिह्न आया हो तो उसका जोड़ीदार दायां कोष्ठक चिह्न भी सही जगह पर डालना होगा, अन्यथा आपका प्रोग्राम ठीक तरह से काम नहीं करेगा।
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नहीं तो बड़े सी प्रोग्रामों में जिनमें बीसियों पंक्तियां और दर्जनों धनु कोष्ठक हो सकते हैं, आप चक्कर में पड़ जाएंगे कि कौन सा कोड खंड कहां खत्म हो रहा है।
27.
टिप्पणी सूचक चिह्न (/* और */) के समान ये भी दुहरे चिह्न हैं, यानी कोड खंड के शुरू में बायां धनु कोष्ठक चिह्न रहता है, और अंत में दायां धनु कोष्ठक चिह्न।
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टिप्पणी सूचक चिह्न (/* और */) के समान ये भी दुहरे चिह्न हैं, यानी कोड खंड के शुरू में बायां धनु कोष्ठक चिह्न रहता है, और अंत में दायां धनु कोष्ठक चिह्न।
29.
अधिकांश पुस्तकों में बाएं धनु कोष्ठक चिह्न को अलग पंक्ति में अथवा फंक्शन नाम के ठीक आगे, और दाएं धनु कोष्ठक चिह्न को कोड खंड के अंत में अलग पंक्ति में लिखने की सलाह दी जाती है।
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अधिकांश पुस्तकों में बाएं धनु कोष्ठक चिह्न को अलग पंक्ति में अथवा फंक्शन नाम के ठीक आगे, और दाएं धनु कोष्ठक चिह्न को कोड खंड के अंत में अलग पंक्ति में लिखने की सलाह दी जाती है।