फैज़ को पढ़ना ज़िंदगी को गहराई से समझना है फैज़ को पढ़ना संवेदना को और ज्यादा धार देना है फैज़ को पढ़ना मनुष्य होने के आत्मसम्मान को बढ़ावा देना है फैज़ को पढ़ना मानव जीवन में स्वतंत्रता के महत्व और आनंद को जानना है फैज़ को पढ़ना जीवन और कला के संगम में डुबकी लगाना है फैज़ को पढ़ना और बहुत कुछ से गुजरना है …. बहुत अच्छा लेख।