Have patience with all things, but chiefly have patience with yourself. Do not lose courage in considering your own imperfections but instantly set about remedying them - every day begins the task anew. हर बात में धीरज रखें, विशेषकर अपने आप से। अपनी कमियों को लेकर धैर्य न खोएं अपितु तुरन्त उनका समाधान करना शुरू करें - हर दिन कर्म की नई शुरुआत है।
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If our selectors are half as patient with our younger talent as they are with our senior cricketers , it will not be difficult to build up a great side in the near future . यदि हमारे चुनाव अधिकारियों में युवा और होनहार खिलाडियों के प्रति उतना ही धीरज हो जितना वरिष्ठ खिलाडियों के लिए है , तो हमारे लिए निकट भविष्य में बहुत अच्छी टीम तैयार कर सकना मुश्किल नहीं होगा .
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I hope the foregoing pages have given the reader some idea how necessary it is to put the new Indian nationhood on a firm and sure foundation , to evolve a pattern of cultural life in the country with a variety of colours and designs worked harmoniously on a ground colour of unfading and indelible unity , and that this great object cannot be achieved by impatient haste or compulsion but only through immense patience , infinite love and ceaseless labour of which Mahatma Gandhi has set an ideal example . मुझे आशा है कि पाठकों को पिछलें पृष्ठों में यह ज्ञान हुआ होगा , कि भारतीय राष्ट्रीयता को सुदृढ सुरक्षित नींव पर आधारित करना कितना जरूरी है , जिससे कि देश में कभी न मिटने वाले एकता के स्थायी मूल रंग पर , विविध रंगों एवं कलाओं के सामंजस्यपूर्ण संयोजन से सांस्कृतिक जीवन का एक अच्छा स्वरूप उभरकर सामनें आये.इस उद्देश्य की पूर्ति अधैर्यपूर्ण जल्दबाजी या दबाव से नहीं हो सकती , बल्कि केवल पर्याप्त धीरज , असीम प्रेम और निरंतर श्रम से , इसे प्राप्त किया जा सकेगा , जिसका महात्मा गांधी ने एक आदर्श उपस्थित किया था .
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State terrorism agents by राज्य आतंकवाद सरकारी एजेंटों या बलों द्वारा आतंकवादी वारदातों का उल्लेख करने के लिए प्रयोग किया गया है.इस राज्य के संसाधनों का एक राज्य के विदेशी नीतियों द्वारा ऐसे ने अपनी सैन्य का उपयोग करके सीधे राज्य आतंकवाद माना के अधिनियमों के प्रदर्शन करने के रूप में रोजगार के इस्तेमाल को शामिल.राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर माइकल Stohl है कि लंदन की जर्मनी की बमबारी और अमेरिका परमाणु विनाश के शामिल हैं उदाहरण cites हिरोशिमा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान. उन्होंने कहा कि आतंक रणनीति का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय संबंधों में और आम बात है कि राज्य की गई है और आतंकवाद की एक और अधिक संभावना बनी हुई है नियोक्ता विद्रोहियों से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के भीतर का तर्क है. वे भी अदालत में तलब पहली हड़ताल (First strike) संकट प्रबंधन में परमाणु हथियारों का प्रयोग कर के गर्भित धमकी के साथ इस का जो बंधक दुनिया धारण एक रूप है के रूप में बलपूर्वक dipolomacy के आतंक का एक उदाहरण के रूप में विकल्प . वे कहते हैं कि आतंकवाद के संस्थागत रूप है कि विश्व युद्ध डालूँगा निम्नलिखित जगह ले ली परिवर्तन का एक परिणाम के रूप में हुई बहस है.इस विश्लेषण राज्य आतंकवाद को विदेश नीति के एक फार्म के रूप में प्रदर्शित में उपस्थिति और सामूहिक विनाश के अस्त्रों का इस्तेमाल करके और आकार का था कि इस राज्य के व्यवहार के तेजी से बढ़ते स्वीकार किए जाते हैं फार्म का नेतृत्व करने के लिए इस तरह की हिंसक व्यवहार की legitimizing.(माइकल स्तोह्ल इस महा शक्ति और अंतर्राष्ट्रीय आतंक कागज पर प्रस्तुत की इंटरनेशनल स्टडीज एसोसिएशन अटलांटा 27 मार्च की बैठक वार्षिक-1 अप्रैल 1984; भयानक धीरज से परे?
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Govt. Agencies or Armed forces of a state should be careful in dealing matter of Terrorism, A proffesor of Political Science Micheal Stohl shows examples i.e Bombarinding in Germany , Nuclear bombing by America in Hiroshima in World War II, Some contries are using massive armed force in the name of terrorism and Foreign affairs. Prof. Stol has relased an book named “” Power and International Terrorism on basis of internation summit on Terrorism at Atlanta in 27 Mar - 1st Arp -1984 राज्य आतंकवाद सरकारी एजेंटों या बलों द्वारा आतंकवादी वारदातों का उल्लेख करने के लिए प्रयोग किया गया है.इस राज्य के संसाधनों का एक राज्य के विदेशी नीतियों द्वारा ऐसे ने अपनी सैन्य का उपयोग करके सीधे राज्य आतंकवाद माना के अधिनियमों के प्रदर्शन करने के रूप में रोजगार के इस्तेमाल को शामिल.राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर माइकल Stohl है कि लंदन की जर्मनी की बमबारी और अमेरिका परमाणु विनाश के शामिल हैं उदाहरण cites हिरोशिमा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान. उन्होंने कहा कि आतंक रणनीति का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय संबंधों में और आम बात है कि राज्य की गई है और आतंकवाद की एक और अधिक संभावना बनी हुई है नियोक्ता विद्रोहियों से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के भीतर का तर्क है. वे भी अदालत में तलब पहली हड़ताल (First strike) संकट प्रबंधन में परमाणु हथियारों का प्रयोग कर के गर्भित धमकी के साथ इस का जो बंधक दुनिया धारण एक रूप है के रूप में बलपूर्वक dipolomacy के आतंक का एक उदाहरण के रूप में विकल्प . वे कहते हैं कि आतंकवाद के संस्थागत रूप है कि विश्व युद्ध डालूँगा निम्नलिखित जगह ले ली परिवर्तन का एक परिणाम के रूप में हुई बहस है.इस विश्लेषण राज्य आतंकवाद को विदेश नीति के एक फार्म के रूप में प्रदर्शित में उपस्थिति और सामूहिक विनाश के अस्त्रों का इस्तेमाल करके और आकार का था कि इस राज्य के व्यवहार के तेजी से बढ़ते स्वीकार किए जाते हैं फार्म का नेतृत्व करने के लिए इस तरह की हिंसक व्यवहार की legitimizing.(माइकल स्तोह्ल इस महा शक्ति और अंतर्राष्ट्रीय आतंक कागज पर प्रस्तुत की इंटरनेशनल स्टडीज एसोसिएशन अटलांटा 27 मार्च की बैठक वार्षिक-1 अप्रैल 1984; भयानक धीरज से परे?
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State terrorism has been used to refer to terrorist acts by governmental agents or forces. This involves the use of state resources employed by a state's foreign policies, such as using its military to directly perform acts of terrorism. Professor of Political Science Michael Stohl cites the examples that include Germany's bombing of London and the U.S. atomic destruction of Hiroshima during World War II. He argues that “the use of terror tactics is common in international relations and the state has been and remains a more likely employer of terrorism within the international system than insurgents.“” They also cite the First strike option as an example of the “”terror of coercive diplomacy“” as a form of this, which holds the world hostage with the implied threat of using nuclear weapons in “”crisis management.“” They argue that the institutionalized form of terrorism has occurred as a result of changes that took place following World War II. राज्य आतंकवाद सरकारी एजेंटों या बलों द्वारा आतंकवादी वारदातों का उल्लेख करने के लिए प्रयोग किया गया है.इस राज्य के संसाधनों का एक राज्य के विदेशी नीतियों द्वारा ऐसे ने अपनी सैन्य का उपयोग करके सीधे राज्य आतंकवाद माना के अधिनियमों के प्रदर्शन करने के रूप में रोजगार के इस्तेमाल को शामिल.राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर माइकल Stohl है कि लंदन की जर्मनी की बमबारी और अमेरिका परमाणु विनाश के शामिल हैं उदाहरण cites हिरोशिमा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान. उन्होंने कहा कि आतंक रणनीति का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय संबंधों में और आम बात है कि राज्य की गई है और आतंकवाद की एक और अधिक संभावना बनी हुई है नियोक्ता विद्रोहियों से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के भीतर का तर्क है. वे भी अदालत में तलब पहली हड़ताल (First strike) संकट प्रबंधन में परमाणु हथियारों का प्रयोग कर के गर्भित धमकी के साथ इस का जो बंधक दुनिया धारण एक रूप है के रूप में बलपूर्वक dipolomacy के आतंक का एक उदाहरण के रूप में विकल्प . वे कहते हैं कि आतंकवाद के संस्थागत रूप है कि विश्व युद्ध डालूँगा निम्नलिखित जगह ले ली परिवर्तन का एक परिणाम के रूप में हुई बहस है.इस विश्लेषण राज्य आतंकवाद को विदेश नीति के एक फार्म के रूप में प्रदर्शित में उपस्थिति और सामूहिक विनाश के अस्त्रों का इस्तेमाल करके और आकार का था कि इस राज्य के व्यवहार के तेजी से बढ़ते स्वीकार किए जाते हैं फार्म का नेतृत्व करने के लिए इस तरह की हिंसक व्यवहार की legitimizing.(माइकल स्तोह्ल इस महा शक्ति और अंतर्राष्ट्रीय आतंक कागज पर प्रस्तुत की इंटरनेशनल स्टडीज एसोसिएशन अटलांटा 27 मार्च की बैठक वार्षिक-1 अप्रैल 1984; भयानक धीरज से परे?
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State terrorism has been used to refer to terrorist acts by governmental agents or forces. This involves the use of state resources employed by a state's foreign policies, such as using its military to directly perform acts of terrorism. Professor of Political Science Michael Stohl cites the examples that include Germany's bombing of London and the U.S. atomic destruction of Hiroshima during World War II. He argues that “the use of terror tactics is common in international relations and the state has been and remains a more likely employer of terrorism within the international system than insurgents.“” They also cite the First strike option as an example of the “”terror of coercive diplomacy“” as a form of this, which holds the world hostage with the implied threat of using nuclear weapons in “”crisis management.“” They argue that the institutionalized form of terrorism has occurred as a result of changes that took place following World War II. In this analysis, state terrorism exhibited as a form of foreign policy was shaped by the presence and use of weapons of mass destruction, and that the legitimizing of such violent behavior led to an increasingly accepted form of this state behavior राज्य आतंकवाद सरकारी एजेंटों या बलों द्वारा आतंकवादी वारदातों का उल्लेख करने के लिए प्रयोग किया गया है.इस राज्य के संसाधनों का एक राज्य के विदेशी नीतियों द्वारा ऐसे ने अपनी सैन्य का उपयोग करके सीधे राज्य आतंकवाद माना के अधिनियमों के प्रदर्शन करने के रूप में रोजगार के इस्तेमाल को शामिल.राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर माइकल Stohl है कि लंदन की जर्मनी की बमबारी और अमेरिका परमाणु विनाश के शामिल हैं उदाहरण cites हिरोशिमा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान. उन्होंने कहा कि आतंक रणनीति का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय संबंधों में और आम बात है कि राज्य की गई है और आतंकवाद की एक और अधिक संभावना बनी हुई है नियोक्ता विद्रोहियों से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के भीतर का तर्क है. वे भी अदालत में तलब पहली हड़ताल (First strike) संकट प्रबंधन में परमाणु हथियारों का प्रयोग कर के गर्भित धमकी के साथ इस का जो बंधक दुनिया धारण एक रूप है के रूप में बलपूर्वक dipolomacy के आतंक का एक उदाहरण के रूप में विकल्प . वे कहते हैं कि आतंकवाद के संस्थागत रूप है कि विश्व युद्ध डालूँगा निम्नलिखित जगह ले ली परिवर्तन का एक परिणाम के रूप में हुई बहस है.इस विश्लेषण राज्य आतंकवाद को विदेश नीति के एक फार्म के रूप में प्रदर्शित में उपस्थिति और सामूहिक विनाश के अस्त्रों का इस्तेमाल करके और आकार का था कि इस राज्य के व्यवहार के तेजी से बढ़ते स्वीकार किए जाते हैं फार्म का नेतृत्व करने के लिए इस तरह की हिंसक व्यवहार की legitimizing.(माइकल स्तोह्ल इस महा शक्ति और अंतर्राष्ट्रीय आतंक कागज पर प्रस्तुत की इंटरनेशनल स्टडीज एसोसिएशन अटलांटा 27 मार्च की बैठक वार्षिक-1 अप्रैल 1984; भयानक धीरज से परे?