नवविधान बताता है कि यीशु का जी उठना, जिसका जश्न ईस्टर के रूप में मनाया जाता है, वही ईसाई धर्म के विश्वास की नींव है.
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नवविधान बताता है कि यीशु का जी उठना, जिसका जश्न ईस्टर के रूप में मनाया जाता है, वही ईसाई धर्म के विश्वास की नींव है.
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इनके अतिरिक्त 15 संपूर्ण तथा 4000 से अधिक आंशिक नवविधान की यूनानी हस्तलिपियाँ प्राप्त हैं जिनका लिपिकाल सन् 200 ई. तथा 700 ई. के बीच है।
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इनके अतिरिक्त 15 संपूर्ण तथा 4000 से अधिक आंशिक नवविधान की यूनानी हस्तलिपियाँ प्राप्त हैं जिनका लिपिकाल सन् 200 ई. तथा 700 ई. के बीच है।
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इनके अतिरिक्त 15 संपूर्ण तथा 4000 से अधिक आंशिक नवविधान की यूनानी हस्तलिपियाँ प्राप्त हैं, जिनका लिपिकाल सन् 200 ई. तथा 700 ई. के बीच है।
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नवविधान के प्रथम पाँच ग्रंथ ऐतिहासिक हैं अर्थात् चारों सुसमाचार (गास्पैल) तथा ऐक्ट्स आव दि एपोसल्स (ईसा) के पट्ट शिष्यों के कार्य।
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उन्होंने बताया कि उन्होंने शरतचंद्र क ा उपन्यास नवविधान नहीं पढ़ा है लेकिन निदेशक द्बारा कहानी का विवरण बताने भर से उन्होंने हां कह दिया.
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सीरियल की मुख्य किरदार पाखी उर्फ श्रद्धा आर्या ने बताया कि तुम्हारी पाखी सीरियल शरतचंद्र के 1925 के आस-पास लिखे उपन्यास नवविधान पर आधारित है.
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इनके अतिरिक्त 15 संपूर्ण तथा 4000 से अधिक आंशिक नवविधान की यूनानी हस्तलिपियाँ प्राप्त हैं जिनका लिपिकाल सन् 200 ई. तथा 700 ई. के बीच है।
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नवविधान के शेष 21 ग्रंथ शिक्षा प्रधान हैं, अर्थात् संत पाल के 14 पत्र, संतपीटर के दो पत्र, सुसमाचार लेखक संत योहन के तीन पत्र, संत याकूब और संत जूद का एक एक पत्र।