अत्यंत कलात्मक दृश्य जैसे गदराए समतल पेट पर से फिसलते हुए पानी की एक बूंद नाभि प्रदेश की ओर गमन करती हुई उसमें प्रवेश करती है।
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सूत्रकृमियों के लिए इण्डिगो औषधि की 3 शक्ति का प्रयोग लाभकारी होता है विशेषकर नाभि प्रदेश में अत्यन्त दर्द होने के साथ बेहोशी जैसे लक्षण उत्पन्न होने पर।
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उम्र बढ़ने के साथ जब नाभि प्रदेश की मांसपेशियाँ कमजोर होने लगती हैं तब वे गर्भाशय अथवा मूत्र की थैली को यथास्थान रखने में असमर्थ हो जाती हैं।
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उम्र बढ़ने के साथ जब नाभि प्रदेश की मांसपेशियाँ कमजोर होने लगती हैं तब वे गर्भाशय अथवा मूत्र की थैली को यथास्थान रखने में असमर्थ हो जाती हैं।
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इस नियम के मूल में शास्त्रीय कारण यह है कि शरीर के नाभि प्रदेश से ऊपरी भाग धार्मिक क्रिया के लिए पवित्र और उसके नीचे का हिस्सा अपवित्र माना गया है.
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इस नियम के मूल में शास्त्रीय कारण यह है कि शरीर के नाभि प्रदेश से ऊपरी भाग धार्मिक क्रिया के लिए पवित्र और उसके नीचे का हिस्सा अपवित्र माना गया है.
27.
नाभि प्रदेश में स्थित आंत के किसी भाग के विस्थापन से कई बार उदर में स्थित किसी महत्वपूर्ण अंग को रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त धमनी, अथवा रक्त शिरा पर दबाव पड़ने से वह दबने लग जाती है।
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कोशिश की ऐंठन उसके समस्त अंगों में प्रकट है-घुटने, पिडलियां, पैरो के पंजे, खिंची हुई जर्जर बांहें, तना हुआ नाभि प्रदेश, यहां तक कि अपेक्षाकृत गाढ़े शेड में एक अनुत्तेजक का सा शिश्न भी।
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कोशिश की ऐंठन उसके समस्त अंगों में प्रकट है-घुटने, पिडलियां, पैरो के पंजे, खिंची हुई जर्जर बांहें, तना हुआ नाभि प्रदेश, यहां तक कि अपेक्षाकृत गाढ़े शेड में एक अनुत्तेजक का सा शिश्न भी।
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आंखों से टेढ़ा दिखाई देना, अंगों का फुदकना, चेहरा पीला पड़ जाना, आंख के चारों तरफ गोल घेरा होना, जी मिचलाना, नाभि प्रदेश में दर्द होना आदि लक्षणों के कारण पेट में कीड़े होने पर रोगी को स्पाइजेलिया औषधि की 6 या 30 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करना चाहिए।