| 21. | भ्रूण के निकलने के तुरंत बाद से नाभि रज्जु के निकलने तक के काल को प्रसव का तीसरा चरण कहते हैं.
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| 22. | भ्रूण के निकलने के तुरंत बाद से नाभि रज्जु के निकलने तक के काल को प्रसव का तीसरा चरण कहते हैं.
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| 23. | भ्रूण के निकलने के तुरंत बाद से ले कर नाभि रज्जु के निकलने तक का काल प्रसव का तीसरा चरण कहलाता है.
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| 24. | अभी तक उन्हें मनुष्य के नाभि रज्जु की कोशिकाओं को निर्जलीकृत कर पॉवडर रूप में तब्दील करने में सफलता मिल चुकी है।
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| 25. | हो सकता है की नाभि रज्जु को नवजात शिशु का परिवार खा ले, एक रिवाज के रूप में अथवा वैसे ही(पोषण के लिए;
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| 26. | बच्चे के जन्म के दौरान दो तरह क़ी स्टेम कोशिकाओं का संग्रह संभव है: उल्बीय (ऐम्नीऑटिक) स्टेम सेल या नाभि रज्जु रक्त स्टेम सेल.
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| 27. | हो सकता है की नाभि रज्जु को नवजात शिशु का परिवार खा ले, एक रिवाज के रूप में अथवा वैसे ही(पोषण के लिए;
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| 28. | बच्चे के जन्म के दौरान दो तरह क़ी स्टेम कोशिकाओं का संग्रह संभव है: उल्बीय (ऐम्नीऑटिक) स्टेम सेल या नाभि रज्जु रक्त स्टेम सेल.
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| 29. | उपख्यानात्मक रिपोर्टों के अनुसार महिलाओं का कहना है कि नाभि रज्जु वाली दवा के सेवन से उन्हें प्रसव पश्चात उदासी, अवसाद और चिंता में आराम मिला.
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| 30. | कुछ परिवारों के नाभि रज्जु को जन्म का विशेष हिस्सा माना जाता है, क्योंकि इसने कई महीनों तक बच्चे के जीवन को सहारा दिया होता है.
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