देश के भिन्न-भिन्न हिस्सों में, बड़े-छोटे सभी तरह के शहरों-कस्वों जैसे-छिंदवाडा, खंडवा, रतलाम, देवास, उज्जेन और इंदौर में आशाराम के ऊपर न केवल दुष्कर्म के, न केवल ' नारी-शोषण ' के, न केवल आर्थिक घोटाले के, बल्कि जमीनों की खरीद-फरोख्त में गुंडागर्दी के और तांत्रिक क्रिया इत्यादि के संदर्भ में हुई मौतों के-बेहद संगीन आरोप लगते रहे हैं हैं.