आज हमारे समाज में ऐसे राक्षसों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ने लगी है, आज तामसी भोजन करना, मदिरा-पान करना एक साथ कई कई लड़कियों से प्यार करना, यह सब पहले उच्चवर्गीय समाज का हिस्सा था लेकिन अब यह मध्यमवर्गीय एवं निम्नवर्गीय परिवार का हिस्सा तेजी से बनते जा रहा है और हमारे समाज में इसे इज्जत की नज़र से देखी जा रही है।