आधुनिक हाईगा चाहती हूँ मैं आसमां में रहना चाँद की तरा चाँदनी जैसा उजला-उजला-सा निर्दोष होना आधुनिक हाईगा जब जापान ने हाइकू की शुरुआत की / तब तकनीक इतनी विकसित कहाँ थी, कि इस तरह के
22.
कहा जाता है कि प्राचीन समय में एक व्यक्ति पर आरोप लगाया गया कि उसे अमुक अपराध किया है और चूंकि वह अपना निर्दोष होना सिद्ध नहीं कर पाया नगर के शासक ने उसे गिरफ़्तार करके स्तंभ में बांधकर कोड़े लगाने का आदेश दिया।
23.
एक वर्ग समाज में निर्दोष होने का मतलब है मौजूदा सत्ता के पक्ष में होना, मौजूदा मूल्यों और परंपराओं के पूरे तानेबाने को बिना किसी सवाल के अपना लेना. निर्दोष होना सीधे-सीधे राजनीतिक रूप से निष्क्रिय होने से जुड़ा हुआ है.
24.
लेकिन मैं ऊपर समाचार आइटम से पालन कि आरोपी व्यक्तियों के नाम यह पिछले दो शब्दजाल वाक्य है कि अभियुक्त को निर्दोष होना माना जा तक उनके gult अंत में एक निष्पक्ष सुनवाई के बाद स्थापित किया गया है रहे हैं सहित के अलावा नहीं बताया गया है.
25.
निष्कर्ष: विश्वसनीयता की कमी अंततः एक नेता के रूप में अपने अलगाव होता है और इसलिए अपनी योजनाओं को पूरा होगा. के लिए कि, क्रम में करने के लिए अपने सभी प्रयासों के में समर्थित हो, रणनीति, और उपलब्धि के तरीकों का मतलब है कल्पना नहीं हो, लेकिन प्राप्त और निर्दोष होना चाहिए.
26.
मुझे यकीन है कि आप में से कुछ संदेह और महिलाओं वे चीनी डेटिंग साइटों पर मिल सकता है के बारे में चिंतित हैं, लेकिन बहुत ईमानदारी से मैंने देखा है कि महिलाओं को और अधिक खुला और महिलाओं आप बड़े डेटिंग साइटों पर मिलना होगा की तुलना में निर्दोष होना दिखाई देते हैं.
27.
तथापि अपराधी के भी कुछ समर्थक बने रहे जो उसे दंड प्रक्रिया से बचाना चाहते थे, केवल इस आधार पर कि आरोपित व्यक्ति के भूत काल के चरित्र के कारण इस प्रकरण में कभी कुछ नए तथ्य उभर कर सामने आ सकते हैं जिनके कारण उसका निर्दोष होना संभव हो सकता है.
28.
मुझे यकीन है कि आप में से कुछ उलझन में और चिंतित हैं रहा हूँ के बारे में महिलाओं वे चीनी डेटिंग साइटों पर मिल सकता है, लेकिन बहुत ईमानदारी से मैंने देखा है कि महिलाओं को और अधिक खुला और महिलाओं आप बड़े डेटिंग साइटों पर मिलना होगा की तुलना में निर्दोष होना दिखाई देते हैं.
29.
सर्वाइवल ऑव फ़िटेस्ट के इस वोल्फ़रेस मे जहाँ नख-दंत-विष हीन की कोई जगह नही है, जहाँ कमजोर होना सबसे बड़ी कमजोरी और निर्दोष होना सबसे बड़ा अपराध है, वहाँ नीचे गिरने पर क्या हम खुद भी बूटों तले कुचल नही दिये जायेंगे? आज हम जिस मिट्टी पर खड़े हैं उसमे न जाने कितनी भोली सभ्यताएं, परंपराएं दफ़्न हैं.