परमेश्वर या पापी सुना था पंचायत में पंच आते हैं जो ईमानदार व निष्पक्ष होते हैं वह धर्मानुकुल उचित निर्णय सुनाते हैं इसी लिए पंच को परमेश्वर कहते हैं पर जब मैं देखा कि आए हुए पंच ईमानदार नहीं पक्षपाती है वह दूसरे पक्ष को सुनने वाला नहीं बल्कि एकतरफा दोषी का साथ देने वाला है वह निष्पक्ष फैसला करने वाला नहीं बल्कि निर्दोष पर ही जानलेवा हमला करने वाला है तो मुझे सोचना पड़ा कि यह पंच परमेश्वर नहीं बल्कि पंच पापी है