प्रेम पुजारी के लिए बारह मास बसंत, प्रेम के बदले प्रेम लो रहो संत के संत! हर दोहा प्रेम की चासनी में पगा हुआ है!
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यह उनकी साहित्य की समझ ही थी जो ' नीरज ' के गीतों का रस हम सिने-दर्शकों तक मधुर संगीत-रस में पगा हुआ आता रहा उनकी फ़िल्मों के रास्ते।
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जैसे बरसात में नदी-नाले अपना संकुचित मर्यादित रूप को छोड़कर उदात्त और उदार हो जाते है, वैसे प्रेम में पगा हुआ मनुष्य अपनी संकुचित मर्यादाओं को अतिक्रांत कर चुकता है।
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जैसे बरसात में नदी-नाले अपना संकुचित मर्यादित रूप को छोड़कर उदात्त और उदार हो जाते है, वैसे प्रेम में पगा हुआ मनुष्य अपनी संकुचित मर्यादाओं को अतिक्रांत कर चुकता है।
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तो,. न कोई वादा था उनसे न कोई पाबन्दीतमाम उम्र मगर उनका इंतेज़ार कियाइन्तेज़ार का यही समय प्रेम है, मानों किसी अलौकिक रस में पगा हुआ गूँगे की जलेबी, गुड़ का एक आकार होता है, और..
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और इसी कविता में, कुछ इस अंदाज में कि ' मैं तो ऐसा ही हूं ' वह कहते हैं कि मेरा मनोघोटक (मनरूपी घोडा) इसी छान्दसी वाग्विभूति के रस में पगा हुआ बगैर किसी दीनता तथा भ्रान्ति के समूची पृथ्वी पर विचरण करता है।
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और इसी कविता में, कुछ इस अंदाज में कि ' मैं तो ऐसा ही हूं ' वह कहते हैं कि मेरा मनोघोटक (मनरूपी घोडा) इसी छान्दसी वाग्विभूति के रस में पगा हुआ बगैर किसी दीनता तथा भ्रान्ति के समूची पृथ्वी पर विचरण करता है।
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अब्दुल करीम खान की गायकी का अंदाज़ ऐसा था कि सुनने वाले को लगता था कि गीत धार्मिक थे, कि संगीत इबादत का एक तरीका था, ईश्वर की बनाई सृष्टि के प्रति आदर व्यक्त करने का एक जरिया-सूफी कविता और संगीत में यही दर्शन पगा हुआ था जिससे अमीर खान इस कदर प्रभावित थे.
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कवि संप्रदायानुगत प्रसाद और माधुर्य गुण से भरा तथा वात् सल् य रस में पगा हुआ ' माँ ' इस एकाक्षरी महा मंत्र की समता शब् दों की कल् पना करने वाले आदि के उस महापुरुष ने, जिसने सृष्टि के प्रारंभ ही में हमें यह बतलाया कि अमुक शब् द से अमुक अर्थ का बोध होता है, जानबूझ कर किसी दूसरे शब् द में नहीं रखा।