जीसस का शरीर उस समय सभी को दिखाई देता था, लेकिन उनकी जो आत्मा थी, वह केवल उन्हीं को दिखाई देती थी, जो परमशांत, परमशून्य और परमध्यान में लीन होकर देखते थे।
22.
बुद्ध जी परमशून्य अवस्था 0 में पहुँच गये (आप बता दो कि वो कहीं टट्टी करने तो नहीं चले गये थे?) Q 4 मुझे टीथ टूटने का सपना कई बार आ चुका है ।
23.
लगभग परमशून्य वाले तापमान पर ठंडे रहने वाले उस के दो चुंबकों के बीच के बिजली के केबलों में अचानक गर्मी पैदा होने से शॉर्टसर्किट हो गया और दोनो चुंबकों सहित प्रोटोन त्वरण प्रणाली भी 400 मीटर की लंबाई तक क्षतिग्रस्त हो गयी.