स्पष्टीकरण-जहाँ संसद के सदन, भिन्न-भिन्न तारीखों को पुनः समवेत होने के लिए, आहूत किए जाते हैं वहाँ इस खंड के प्रयोजनों के लिए, छह सप्ताह की अवधि की गणना उन तारीखों में से पश्चात्वर्ती तारीख से की जाएगी।
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उपखंड (क) को मद (१) में प्रस्तावितसंशोधन के अनुसार १ अप्रैल, १९८५ के स्थान पर १ अप्रैल, १९८७ रखा जा रहाहै यह संशोधन १ अप्रैल, १९८७ से प्रभावी और तदनुसार निर्धारण वर्ष१९८७-८८ और पश्चात्वर्ती वर्षों के संबंध में लागू होगा.
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दूसरे राजवंशों के शासन की गहरी छानबीन, फिर चाहे वे मुगलों के आधीन रहे हों-जैसे कि राजपूत और बुंदेलखंडी या उनके पश्चात्वर्ती-जैसे कि परमार, काकतिया, सारकी या तामिलनाडू के पांडया ने बामुश्किल प्रभावशाली इतिहासकारों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
24.
ग्राम पंचायत, पोमावा के पश्चात्वर्ती ग्रामसेवक व पदेन सचिव अशोककुमार (पी. डब्ल्यू. 16) ने यह कहा है कि रसीद बुक प्रदर्श पी. 8 की रसीद संख्या 59 (प्रदर्श पी. 39) में दिनांक 25.10.2002 एवं दिनांक 26.10.2002 को क्रमशः 300/-रू0 व 500/-रू0 अलग-अलग दर्शाये गये हैं तथा रोकड़ बही प्रदर्श पी. 34 में उपर्युक्त राशि जमा होने का उल्लेख है।
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यह भी स्वीकृत मामला है कि बंटवारा हेतु प्रस्तुत आवेदन-पत्र (प्रदर्श डी. 2) में वर्णित चार खसराओं (संख्या 1765,1779,1787 व 1800) का बंटवारा टेªप कार्यवाही के बाद हुआ जिसका म्यूटेशन (प्रदर्श डी. 8) दिनांक 17.1.2004 को पश्चात्वर्ती पटवारी द्वारा भरा गया और दिनाँक 14.12.2001 को पारित निर्णयानुसार खसरा संख्या 1801 में कुछ खातेदारों के नाम छूट जाने से उनके नाम जोड़ने का आदेश ही दिया गया था।
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(2) संसद, विधि द्वारा, किसी जनजाति या जनजाति समुदाय को अथवा किसी जनजाति या जनजाति समुदाय के भाग या उसमें के यूथ को खंड (1) के अधीन निकाली गई अधिसूचना में विनिर्दिष्ट अनुसूचित जनजातियों की सूची में सम्मिलित कर सकेगी या उसमें से अपवर्जित कर सकेगी, किन्तु जैसा ऊपर कहा गया है उसके सिवाय उक्त खंड के अधीन निकाली गई अधिसूचना में किसी पश्चात्वर्ती अधिसूचना द्वारा परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
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वह राव है, इसलिये उसे दिये गये है यानि इसका तात्पर्य यह होगा कि उसने ये रूपये स्वयं अभियोगी छैलसिंह द्वारा एक यजमान के रूप में देना बताया लेकिन पश्चात्वर्ती स्तर पर इसने अपने परीक्षण में यह कह दिया कि जब परिवादी ओढावनी के कुछ रूपये उसके पास लाया तब उसने उसे यह कहा कि आप ये रूपये मेरे भाई जयसिंह को घर पर दे देना किन्तु परिवादी ने कहा कि आप ले लो।