मार्ग था लंबा पहाड़ों की श्रृंखला थी पठार और पथरीली जमीन भी आदमी भी खडा था फावड़ा लिए बांध बनाने को तत्पर खेत सींचने के लिए चाहिए उसे पानी पीने के लिए भी बिजली भी तो चाहिए घर रोशन करने के लिए कारखाने चलाने के लिए कारखानों के कचरे को बहाने के लिए भी चाहिए उसे नदी।