ड्राइंग रूम अब इस योग्य नहीं रहा था कि उसमें घोड़े, क़िबला और इन दोनों का पाख़ाना उठाने वाली मेहतरानी के अतिरिक्त कोई और पांच मिनट भी ठहर सके।
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पाख़ाना जाने की किसे फुर्सत, खद्दर का कुर्ता चढ़ाकर, हाथ में पुराना अख़बार दबा कर उलझे हुए कामरेड नीचे उतर कर धर्मशाला के पास खड़े रिक्शे वालों के मजमें में समा गए।
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कोई बात वह ज़बान से नहीं निकालता कि उसके पास एक मुहाफ़िज़ तैयार न बैठा हो (5) {18} (5) चाहे वह कहीं हो सिवाए पेशाब पाख़ाना या हमबिस्तरी करते समय के.
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अभी यह खुशफहमी शुरू हो ही रही थी कि सब कुछ बहुत बढ़िया निमट गया कि अचानक वह हुआ जिसे अंग्रेजी मुहावरे “ द शिट हिट द फैन ” के कुछ आज़ाद हिंदी अनुवाद में “ चलते पंखे पर पाख़ाना कर देना ” कहा जा सकता है.
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ये असामान्यता क्यों पैदा होती है इसकी खोज अभी नहीं हो पाई है लेकिन अल्ज़ाइमर्स से पीड़ित व्यक्ति भूलने लगता है, उसे हाल की घटनाएं याद नहीं रहतीं, परिचित लोगों के नाम भूल जाते हैं, दैनिक जीवन की गतिविधियां बाधित हो जाती हैं जैसे पेशाब पाख़ाना बिस्तर में हो जाता है, लिखाई बिगड़ जाती है, हाथ-पैर कांपने लगते हैं.
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अब बच्चों की आँखें निकल आई थीं उनके काँपते बदन ऐंठ रहे थे वे मुँह से झाग निकालने लगे कुछ ने दहशत में पेशाब और पाख़ाना कर दिया फिर वे दीवार के सहारे दुबक गए एक कोने में पिल्लों की तरह और उनके मुँह से ऐसी आवाज़ें निकलने लगीं जो इंसानों ने कभी इंसान की औलाद से सुनी न थीं
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प्यारे भाई अमित जी! ज़्यादातर लोग वही कथा जानते हैं जो कि सुकन्या द्वारा च्यवन ऋषि की भूलवश आंख फोड़ देने के विषय में मशहूर है कि इस घटना से कुपित होकर च्यवन ऋषि ने सुकन्या के राज्य के सभी नागरिकों का पेशाब पाख़ाना ही रोक दिया था और राजा से कहा कि वह अपनी बेटी का विवाह उससे कर दे।
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@ प्यारे भाई अमित जी! ज़्यादातर लोग वही कथा जानते हैं जो कि सुकन्या द्वारा च्यवन ऋषि की भूलवश आंख फोड़ देने के विषय में मशहूर है कि इस घटना से कुपित होकर च्यवन ऋषि ने सुकन्या के राज्य के सभी नागरिकों का पेशाब पाख़ाना ही रोक दिया था और राजा से कहा कि वह अपनी बेटी का विवाह उससे कर दे।