दोस्तोवोस्की ने जितना पाप का और पुण्य का संघर्ष देखा, जितना देवत्व और शैतानियत का संघर्ष अपने अपने उपन्यासों में रचा, दोस्तोवोस्की से ज्यादा तो संसार में कोई भी व्यक्ति मनुष्य के भीतर के सत और असत के संघर्ष का लगभग पागल कर देने वाला इतना बड़ा ड्रामा खड़ा नहीं ही किया है और वही दोस्तोवस्की अंत में क्रिश्चिनिटी की तरफ जाते हैं.
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अगर सिर में रक्त जमा होने के कारण से सिर-दर्द हो, चाहे गर्मी से हो, चाहे ठंड से हो, सारे शरीर में गर्मी महसूस हो, उच्च-रक्तचाप से सिर-दर्द हो, सिर को जरा-सा भी हिलाने से पागल कर देने वाला दर्द हो, कोई भी कार्य करने पर सिर-दर्द के लक्षणों में वृद्धि हो तो रोगी की ऐसी अवस्था में चिकित्सा करने के लिए ग्लोनॉयन औषधि की 6 या 30 शक्ति का उपयोग करना लाभदायक होता है।