अभिप्राय यह है कि वैभव, ऐश्वर्य, आभिजात्य, देह और पार्थिवता के कवि समझे जाने वाले अशोक वाजपेयी इस कविता संग्रह में एक समाजचेता कवि के रूप में उपस्थित हैं.
22.
अब बस जंजीर ही तोड़ना है जिससे समूचा समुद्र घोड़े के आकार में खड़ा हो जायेगा तंग तबेले से बाहर निकलकर और अयाल जैसे जिन्दा थपेड़ों में से निकलेगी झागदार पार्थिवता की सुगंध अवकाश में टापें उठायें
23.
इस पूजा-अर्चना में पार्थिवता नहीं हैं, किन्तु तन्मयता वही हैं जो एक भक्त में होती हैं इसलिए यह कहा जा सकता है की महादेवी के काव्य में उपलब्ध वेदना भक्ति की तन्मयता से परिपूर्ण है।
24.
एक ओर उनका दर्शन उन रहस्यमय सूक्ष्म तत्तवों का साथ नहीं छोड़ना चाहता जो युगों युगों का अर्जित अनुभूति वैभव है, और दूसरी ओर उनकी पार्थिवता धरती के उस गुरुत्व से बाँधे हुए है, जो आज की पहली आवश्यकता है।
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इस चित्र-बोध में यह स्वयं अस्ति है जो भव में है और यह स्वयं भव है जो अस्ति में है-यहां आध्यात्मिकता पार्थिवता के रेशों से बनी है तो यह पार्थिवता स्वयं में अनिवर्चनीय कामवत्ता से उदात्तीकृत व उन्मोचित है.
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इस चित्र-बोध में यह स्वयं अस्ति है जो भव में है और यह स्वयं भव है जो अस्ति में है-यहां आध्यात्मिकता पार्थिवता के रेशों से बनी है तो यह पार्थिवता स्वयं में अनिवर्चनीय कामवत्ता से उदात्तीकृत व उन्मोचित है.
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एक पार्थिवता गलती ही जाती है, पहुंचाती है भीतरी हदों तक, सुनो कहती हूँ, बची हूँ बेछोर आसमान में-बियाँबान जंगलों में, हर, सुनवाई स्थगित है एक राग, एक रंग, एक प्रियता हरदम बुलाती रहती है फूले-खिले टेसू के रंगों में...
28.
मीरा की आध्यात्मिकता के बावजूद उनकी पार्थिवता उनके काव्य में मौजूद है, उनके काव्य में पार्थिव स्त्रियों की गूंज मौजूद है, वे स्त्रियां जो सामंती समाज में क़ैद रहीं, जिन्होंने आज़ादी की इच्छा की, जो अकेलेपन से घिरी रहीं लेकिन उन्हें अपना एकांत उपलब्ध नहीं हुआ।
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वैशाख शुक्ल नवमी, संवत् 1571 को उनने अपने प्रिय शिष्य शिवा को शिष्य बनाया-गुरुमंत्र दिया और प्रसाद रुप में एक नारियल, मुट्ठी भर मिट्टी दो मुट्टी लीद और चार मुट्टी पत्थर दिये, जो क्रमशः दृढ़ता, पार्थिवता, ऐश्वर्य एवं दुर्ग विजय के प्रतीक थे ।
30.
वह किसी की आर्त पुकारों को क्यों नहीं सुन पाता? क्या भौतिकता की, पार्थिवता की तह पर आप्लावित होती हुई कड़ी परते सुदृढ़ आच्छादन से उसे आवेष्ठित किए रहती हैं और वह अपने चारों तरफ के समुदाय और वातावरण से अछूता-सा, निरपेक्ष-सा अपने में खोया और सोया रहता है?