| 21. | पुरवैया की तरह खट्टर काका की लहरों में भी निरंकुश वप्रक्रीड़ा की मस्ती
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| 22. | पुरवैया के झूलों पर सवार आम के बौरों से लदी टहनियां कुछ यूं डोली।
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| 23. | चाँद सो गया, तारे सो गए....मधुर लोरी में पुरवैया की महक लाये अनिल दा
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| 24. | दूर से भी हो ध्वनित गर, गीत मेरे मित्र का साथ पुरवैया भी गात
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| 25. | पिछले दिनों की तपिश, लू... पछिया और पुरवैया का ज़ो र...
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| 26. | का कूकना और पुरवैया का झकोर कर चलना यह दो बात बड़ी कठिन है।
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| 27. | वसंत-जंगल में महक उठी आज पुरवैया, मनवा में चहक उठी सोन चिरैया.
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| 28. | चाँद सो गया, तारे सो गए....मधुर लोरी में पुरवैया की महक लाये अनिल दा &
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| 29. | जेठ की शाम से पहले जो पुरवैया चलती है, धीरे-धीरे तेज हो गई...
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| 30. | देख, फिर पुरवैया झंकारने लगी और वृक्षों से लपटी लताएं फिर से लरजने लगीं।
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