मनाएँ हम मिलकर दीवाली ना हो प्रकाश से कोई जगह खाली अन्धकार से प्रकाश में जाना है जीवन में प्रकाश लाना है दीवाली के दीपक से यही सीख लेना हैं सारे जग से अंधकार मिटाना है दुनियाँ में प्रकाश फैलाना है हरेक जगह प्रकाश फैलाना है॥
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मनाएँ हम मिलकर दीवाली ना हो प्रकाश से कोई जगह खाली अन्धकार से प्रकाश में जाना है जीवन में प्रकाश लाना है दीवाली के दीपक से यही सीख लेना हैं सारे जग से अंधकार मिटाना है दुनियाँ में प्रकाश फैलाना है हरेक जगह प्रकाश फैलाना है॥
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जैसे भौतिक रूप से अंतर्ध्या न, ग्रेनाइट पत्थर का मिश्री में परिवर्त न, जल का किसी और पेय पदार्थ में परिवर्त न, मनचाही वस्तुओं को प्रकट कर देन ा, कपड़ों के रंग बदल देन ा, वस्तुओं को परिवर्तित कर देन ा, चमत्कारी प्रकाश फैलाना आदि बाबा के कितने ही चमत्कारों का दावा उनके भक्त करते हैं।
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ज्ञान के चिराग तो बहुत आसान है जलाना तुम माया के चक्कर में ना आना घर में दिया न जलता हो पर तुम ज्ञान का प्रकाश फैलाना मिटटी के दिए की क्या कीमत बाजार से खरीद लाना तेल में क्या लगता है किराने की दुकान से उधार लाना रुई का क्या अपने घर के कबाड़ से जुटाना तू दान कर अपनी मातृभाषा हिन्दी का नाम कर हम नही लिखना जानते इसलिये नहीं लिखते शब्दों के शेर हम से नही सधते माया तो ख़ूब है पर व्याकरण का मायाजाल नहीं समझते हम तो बाजार ही सजायेंगे