वर्तमान घटना गम्भीर, अचानक प्रकोपन से आत्म संयम की षान्ति से वंचित होने के कारण आवेष मे घटित होना नही पाया जाता है बल्कि प्रकरण मे प्रस्तुत साक्ष्यो के प्रकाष मे अभियुक्तगण द्वारा अपने साथियो के साथ मिलकर मृतक की मृत्यु कारित करने के आषय से एवं यह सम्भाव्य जानते हुये 35 कारित किया जाना पाया जाता है कि उनके इस कृत्य से दिगपाल चन्द की मृत्यु सम्भाव्य है।
22.
आरुषि हेमराज की हत्या मामले को कोई अलग रूप देने की तो आवश्यकता ही नहीं थी एक सामान्य घटना को देखते हुए फ़ौरन ही ये मान लिया गया कि हेमराज से उसके अवैध ताल्लुकात थे और राजेश तलवार ने ये देखा और अचानक व् गम्भीर प्रकोपन के अधीन हेमराज व् आरुषि की हत्या की किन्तु समझ में ये नहीं आता कि जो बात सब समझ चुके हैं वह बात राजेश और नुपुर किससे छिपा रहे हैं?