इनकी “व्यक्तित्व प्रश्नावली” का उद्देश्य किशारों के संवेगात्मक परीक्षणों को उनकी निर्माणविधि के आधार पर तीन उपवर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है जो इस प्रकार हैं: प्रश्नावली, प्रक्षेपीय परीक्षण तथा क्रमनिर्धारण मान।
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यदि किस वक्र के कार्तीय (Cartesian), या प्रक्षेपीय निर्देशांकों का केवल एक स्वतंत्र चर, या प्राचल (parameter), के बीजीय फलनों के रूप में लिखा जा सके, तो वक्र को बीजीय वक्र (Algebraic curve) कहते हैं।
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दूसरे शब्दों में, यदि किस वक्र के कार्तीय (Cartesian), या प्रक्षेपीय निर्देशांकों का केवल एक स्वतंत्र चर, या प्राचल (parameter), के बीजीय फलनों के रूप में लिखा जा सके, तो वक्र को बीजीय वक्र कहते हैं।
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इनकी “ व्यक्तित्व प्रश्नावली ” का उद्देश्य किशारों के संवेगात्मक परीक्षणों को उनकी निर्माणविधि के आधार पर तीन उपवर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है जो इस प्रकार हैं: प्रश्नावली, प्रक्षेपीय परीक्षण तथा क्रमनिर्धारण मान।
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प्रक्षेपीय परीक्षणों का प्रयोग व्यक्तित्व की गहन अभिव्यक्तियों अर्थात् किसी व्यक्ति में अंतर्निहित उन व्यक्तिगत और प्रकृति वैशिष्ट्यजन्य अर्थों तथा संगठनों की, जो अन्य किसी प्रकार से प्रकट नहीं होते, जानकारी प्राप्त करने के लिये किया जाता है।
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प्रक्षेपीय परीक्षणों का प्रयोग व्यक्तित्व की गहन अभिव्यक्तियों अर्थात् किसी व्यक्ति में अंतर्निहित उन व्यक्तिगत और प्रकृति वैशिष्ट्यजन्य अर्थों तथा संगठनों की, जो अन्य किसी प्रकार से प्रकट नहीं होते, जानकारी प्राप्त करने के लिये किया जाता है।
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प्रक्षेपीय परीक्षणों का प्रयोग व्यक्तित्व की गहन अभिव्यक्तियों अर्थात् किसी व्यक्ति में अंतर्निहित उन व्यक्तिगत और प्रकृति वैशिष्ट्यजन्य अर्थों तथा संगठनों की, जो अन्य किसी प्रकार से प्रकट नहीं होते, जानकारी प्राप्त करने के लिये किया जाता है।