अभियुक्त रमेश पुरोहित के विद्धान अधिवक्ता द्वारा आरोप व अभियोजन स्वीकृति तथा पंच गवाहों के बारे में राजेन्द्रसिंह के अधिवक्ता के तर्क दोहराये गये हैं तथा इसके अलावा बहस की गई हैं कि वास्तव में, माप पुस्तिका कनिष्ठ अभियन्ता द्वारा भरी जाती हैं तथा उपयोगिता प्रमाण पत्र भी कनिष्ट अभियन्ता द्वारा ही दिया जाता है परन्तु एक लाख रूपये से अधिक की राशि होने पर उस पर प्रतिहस्ताक्षर अधीशासी अधिकारी के होते है तथा इस बारे में पत्रावली पर उचित साक्ष्य आ चुकी है।