सही तौर पर पीएसएलवी ने इसरो के प्रमोचन यान के रूप में लंबी रेस के घोड़े की स्थिति प्राप्त की है।
22.
इसरो ने इन्सैट और आईआरएस उपग्रहों को अपेक्षित कक्षा में स्थापित करने के लिए पीएसएलवी और जीएसएलवी, दो उपग्रह प्रमोचन यान विकसित किए हैं।
23.
संपीडित्र एवं टर्बाइन वायु गतिकी के लिए बडे पैमाने के घूर्णन रिग का उदघाटन वायुयान प्रमोचन यान औरअन्य अंतरिक्ष यान का त्रिध्वानिक पवन सुरंग परीक्षण
24.
श्रीहरिकोटा से कोरियाई किटसैट-3 तथा जर्मन डीएलआर-टबसैट के साथ ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन यान (पीएसएलवी-सी2) द्वारा भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह, आईआरएस-पी4 (ओशनसैट) का प्रमोचन (26 मई, 1999)।
25.
ये सभी चरण एक दूसरे के ऊपर सज्जित होते हैं, कभी-कभी “स्ट्रैप-ऑन मोटर” कहलाने वाला रॉकेटों का एक समूह, प्रमोचन यान के पहले चरण को घेरते हैं।
26.
विशाल रॉकेट जो उपग्रह, रोबॉटिक अंतरिक्ष यान और मानव सहित अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में ले जाते हैं, प्रमोचन यान या अभिवर्धकों के रूप में जाने जाते हैं।
27.
२००९ के अप्रैल माह में ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन यान ' सी १२'के द्वारा २ उपग्रहॊं का, और सितंबर माह में एक साथ ७ उपग्रहो का प्रमोचन किया गया ।
28.
जहाँ एसएलवी-3 ने भारत का स्थान अंतरिक्ष में प्रवीण राष्ट्रों के समुदाय में सुरक्षित किया, एएसएलवी ने इसरो की प्रमोचन यान प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ने की प्रक्रिया प्रदान की।
29.
केरल का एलपीएससी वलियमला मुख्यालय है तथा वलियमला में किए जानेवाले मुख्य क्रियाकलाप निम्नलिखित हैं प्रमोचन यान तथा अंतरिक्ष यान अनुप्रयोगों के लिए भू-भंडारणीय तथा निम्नतापीय नोदन प्रणालियों का विकास।
30.
अधिक जानकारी राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एनएनआरएमएस) पोर्टल पर उपलब्ध मुखपृष्ठ | हमारे बारे में | इसरो केंद्र | प्रमोचन यान | उपग्रह | भू सुविधाएँ | हमारे अध्यक्ष