| 21. | पढ़ाना (सं.) [क्रि-स.] 1. किसी को पढ़ने में प्रवृत्त करना 2.
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| 22. | उसका उद्देश्य तो जीवन को, उच्च आदशोँ, बेहतर संस्कृति और उन्नत सभ्यता की ओर प्रवृत्त करना भी होता है।
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| 23. | पढ़वाना (सं.) [क्रि-स.] 1. किसी को पढ़ने में प्रवृत्त करना 2.
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| 24. | ] 1. ठगने में किसी दूसरे को प्रवृत्त करना 2. किसी के ठगे जाने में सहायता करना।
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| 25. | पकड़वाना (सं.) [क्रि-स.] 1. किसी को कुछ पकड़ने में प्रवृत्त करना 2.
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| 26. | ] 1. छेड़ने की क्रिया में किसी को प्रवृत्त करना 2. छेड़ने का काम किसी और से कराना।
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| 27. | ] 1. किसी को कोई वस्तु काटने के काम में प्रवृत्त करना ; काटने का कार्य किसी और से कराना।
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| 28. | उसका उद्देश्य तो जीवन को, उच्च आदशोँ, बेहतर संस्कृति और उन्नत सभ्यता की ओर प्रवृत्त करना भी होता है।
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| 29. | कपास से बिनौले अलग करना 7. उठाना ; सचेत करना, सोए हुए को उठने में प्रवृत्त करना, 8.
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| 30. | ] 1. किसी चीज़ को किसी आधार पर खड़ा करना या ठहराना ; टिकने में प्रवृत्त करना ; सहारा देना 2.
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