भावार्थ: संपूर्ण चराचर भूतगण ब्रह्मा के दिन के प्रवेश काल में अव्यक्त से अर्थात ब्रह्मा के सूक्ष्म शरीर से उत्पन्न होते हैं और ब्रह्मा की रात्रि के प्रवेशकाल में उस अव्यक्त नामक ब्रह्मा के सूक्ष्म शरीर में ही लीन हो जाते हैं॥ 18 ॥
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प्रश्न: वर्ष कुंडली बनाने का आधार क्या है? उŸार: वर्ष कुंडली का आधार तो जन्म कुंडली पर ही निर्भर करता है जातक के जन्म कुंडली में सूर्य जितने भोग-अंशों पर रहता है जब वह वापस उतने ही भोगांशों पर आता है तो वह काल वर्ष कुंडली का प्रवेश काल होता है।