| 21. | प्राणि जगत का अर्थ प्राणमय कोष से है प्राणमय कोष होने के कारण ही वो प्राणी या प्राणधारी कहलाते है।
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| 22. | (३) चतुर्थ: प्राणि जगत-प्रकृति के अनुसार सुविधा भाव से जीने वाले, मानव, वनस्पति व भौतिक जगत के मध्य संतुलन रखने वाले।
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| 23. | अगस्त 2005 में राज्य सरकार ने पारिस्थितिकी, प्राणि जगत, वनस्पति एवं भू-विविधता के आधार पर इसे संरक्षित क्षेत्र घोषित किया है।
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| 24. | आइये बात करें हिन्दू मज़हब की-यहां सृष्टि और प्राणि जगत की यही कहानी है? क्या यहां भी सृजनवाद है?
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| 25. | चित्र विकिपीडिया सेअनुनाद जी कहते हैं, "सृजनवादियों का कहना है कि विकासवाद में प्राणि जगत जीवन के निचले भाग में ऊँचे भाग की तरफ (
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| 26. | मनुष्य में ही बुद्धि का अतिशय विकास पाया जाता है, बाकी प्राणि जगत में नहीं है ऎसा मै नहीं कह रहा है.
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| 27. | (३) चतुर्थ: प्राणि जगत-प्रकृति के अनुसार सुविधा भाव से जीने वाले, मानव, वनस्पति व भौतिक जगत के मध्य संतुलन रखने वाले।
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| 28. | सृजनवादियों का कहना है कि विकासवाद में प्राणि जगत जीवन के निचले भाग में ऊँचे भाग की तरफ (from lower life form to higher life form) जा रहा है।
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| 29. | यह सभी जानते है कि सूर्य ऊर्जा का स्त्रोत्र है, इसके अधिक देर चमकने से प्राणि जगत मे चेतनता और उसकी कार्य शक्ति मे वृद्धि हो जाती है ।
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| 30. | सृजनवादियों का कहना है कि विकासवाद में प्राणि जगत जीवन के निचले भाग में ऊँचे भाग की तरफ (from lower life form to higher life form) जा रहा है।
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