अलग से बख्शिश लेता है और सब गृहिणियों से अपने परिवार के लोगों के लिए कपड़े (पहने हुए ही सही) लेता है।
22.
वो जब घर जाने लगा तो मालिक ने कहा* लो 50 रुपये बख्शिश के*बख्शिश मिलते ही उसके मरे हुये से पाँवों फुर्ती आ गयी।
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वो जब घर जाने लगा तो मालिक ने कहा* लो 50 रुपये बख्शिश के* बख्शिश मिलते ही उसके मरे हुये से पाँवों फुर्ती आ गयी।
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वो जब घर जाने लगा तो मालिक ने कहा* लो 50 रुपये बख्शिश के* बख्शिश मिलते ही उसके मरे हुये से पाँवों फुर्ती आ गयी।
25.
” दौड़ो अपने रब की बख्शिश (माफी) की तरफ और उस जन्नत की तरफ जिसका विस्तार ज़मीन और आसमान के विस्तार के समान है।
26.
जिस बख्शिश मे मिले अवैध धन की मैं सारा दिन चौकसी करता हूँ क्या किसी के काम नही आ सकता-मालिक कभी ये क्यों नही सोचते।
27.
मुख्य मंत्री के आंख-नाक-कान माने जाने वाले करीबी मानने के लिए तैयार नहीं थे कि बख्शिश की रकम 5 हजार तक की होती है ।
28.
अब ‘ बेचारे ' यह पटवारी जमीनी कागजों को वस्त्र पहनाने का काम ही तो करते हैं, फिर ‘ बख्शिश ' देने में हुज्जत क्यों?
29.
लिहाजा इस रात जागकर घूमने-फिरने और पटाखे छोड़ने के बजाय जरूरत इसकी है कि पूरी रात मालिक से उसकी रहमत, उसके फजलो करम, उसकी बख्शिश और उसकी रज़ा तलब करें।
30.
बेमिसाल माफ़ी, बेमिसाल बख्शिश का बेनज़ीर आदर्श प्यार-मुहब्बत, रहमत-हमदर्दी, दुआ-माफ़ी, सब्र-शुक्र, इन्साफ़-अहसान, और खुदा की याद ग़र्ज़ यह कि कौन की खूबी ऐसी थी जो उनमें नहीं थी।