बाँसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया का कहना है-बिस्मिल्ला ख़ाँ साहब भारत की एक महान विभूति थे, अगर हम किसी संत संगीतकार को जानते है तो वो हैं बिस्मिल्ला खा़न साहब।
22.
अब चूँकि वे एक हुनरमंद बाँसुरी वादक हो गए हैं तो किसी गीत को बजाते हुए अपनी कल्पनाशीलता का रंग भी भर देते हैं जो कानों को बड़ा मीठा लगता है.
23.
इस गीत में शहनाई मुख्य साज़ के रूप में पेश किया गया जिसे बजाया था प्रसिद्ध शहनाई और बाँसुरी वादक रामलाल चौधरी, जिन्हे आप संगीतकार रामलाल के नाम से भी जानते होंगे।
24.
इस गीत में शहनाई मुख्य साज़ के रूप में पेश किया गया जिसे बजाया था प्रसिद्ध शहनाई और बाँसुरी वादक रामलाल चौधरी, जिन्हे आप संगीतकार रामलाल के नाम से भी जानते होंगे।
25.
जैसा कि आप को पता ही होगा कि चाँदनी का संगीत दिया था शिव-हरि ने यानि महान संगीतज्ञ संतूर वादक शिव कुमार शर्मा और बाँसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने।
26.
आपको तो याद ही होगा कि यशराज फिल्म के बैनर तले संतूर वादक शिव कुमार शर्मा और बाँसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया ने ' शिवहरि ' के नाम से तमाम फिल्मों में सफल संगीत निर्देशन किया था।
27.
चलते चलते ये भी बता दूँ कि बाँसुरी वादक सलिल दाते और संगीतकार मदन मोहन जी पर एकाग्र इस पोस्ट को आज कई संगीतप्रेमियों ने पढ़ा जिनमें से एक थे मदन मोहन जी के सुपुत्र श्री संजीव कोहली.
28.
करीब पांच घंटे तक चले आयोजन के दौरान लोगों का मनोरंजन करने के लिए प्रख्यात बाँसुरी वादक बलजिंदर सिंह बल्लू, पॉलीडोर आर्केस्टा के कलाकारों सहित प्रियंका श्रीवास्तव, प्रसन्न श्रीवास्तव, श्रेया तिवारी ने शानदार रचनाएं पेश कर लोगों को मुग्ध कर दिया।
29.
' जिंदा हूँ इस तरह के गमे जिंदगी नहीं....' और 'देख चाँद की ओर मुसाफिर....' गानों में उनका बाँसुरी वादन तथा शहनाई वादन इतना अधिक पसंद किया गया कि वे एक प्रकार से बाँसुरी वादक तथा शहनाई वादक के रूप में ही जाने जाने लगे।
30.
बलजिंदर सिंह मेरे शहर के जाने माने बाँसुरी वादक हैं. हम प्यार से उन्हें बल्लू भाई कहते हैं.कंस्ट्रक्शन का लम्बा चौड़ा कारोबार है बल्लू भाई का लेकिन दिल रमता है संगीत में.बाँसुरी बजाते हैं और क्या ख़ूब बजाते हैं.किसी भी आयोजनों में कितनी चमक दमक हो लेकिन...