पांच मिनट की दौड़ लगाते ही दम गले मे आने पर भी खिलाडी बोलते है-मेरे अंदर अभी खेल बाकी है | चाहे अजहारूदीन हो या अजय जडेजा सबको भ्रष्ट तंत्र ढोता गया और पंक्ति मे बैठी प्रतिभा बिना जौहर दिखाये मुरझाती गयी | गांगुली का एंड हो चुका था लेकिन बंदा हटने को तैयार ही नही आई पी एल मे जमकर भद्द पीटी फिर भी ढीठ बना रहा आखिरकार शादी मे घुसे आवारा श्वान की तरह बाहर फेंका गया |