प्रयोक् ता अपशिष्ट जल रिसायकल, शहरी जल आपूर्ति और स्वच्छता सेवाओं, नगरपालिका ठोस जल प्रबंधन, राष्ट्रीय शहरी स्वच्छता नीति, बाह्य सहायता प्राप्त जल आपूर्ति और स्वच्छता परियोजनाओं आदि के बारे में जानकारी प्राप् त कर सकते हैं।
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प्राधिकरण एक सलाहकार, नीति निर्धारक और निगरानी निकाय के रूप में कार्यरत है और इसकी भूमिका विभिन्न मौजूदा परियोजनाओं में दिशा निर्देशों की जांच और इस क्षेत्र में सभी बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं सहित नई योजनाओं के निर्माण में रहती है।
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इतिहास बताता है की ज्ञान की हर एक शाखा मे शिक्षण की प्रक्रिया के लए शिक्षक की सघन प्रवृति अत्यंत आवश्यक है. यदि किसी व्यक्ति मे बाह्य सहायता के सिवाय सहज वृति से ज्ञान का उदय संभव होता तो स्कूल कॉलेज एवम् यूनिवर्सिटी की कोई आवश्यकता नही होती.