मेरी कविते! दुकानों में सजी वासना, अनकी गली चली मत जाना संभव है बिक जाना तेरे इस नीले आकाश का, संभव है बँध जाना तेरे रागों के मधुमास का!
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ऐसे मतदाता से नैतिक साहस की उम्मीद कैसी जिसने चुनाव में सही जनप्रतिनिधि को कभी चुना नहीं, अपनी जाति को चुना, अपने धर्म को चुना या पैसे पर बिक जाना चुना।
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ऐसे मतदाता से नैतिक साहस की उम्मीद कैसी जिसने चुनाव में सही जनप्रतिनिधि को कभी चुना नहीं, अपनी जाति को चुना, अपने धर्म को चुना या पैसे पर बिक जाना चुना।
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ज़ुल्म अगर ज्यादा ही बढ़ गया हो बढ़ा लेनी चाहिए अपनी कीमतें कोड़ा खाने, चीखने चिल्लाने से होगा यही बेहतर अधिक दाम लेकर चुप रहना बिकी हुई दुनिया में खुद भी बिक जाना ज़रूरी है...
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वह कराहती, तड़पती, लेकिन शिवमंगला भूखे भेड़िये की तरह उसके शरीर को नोचता रहता और तब वह उस यातना से मुक्ति पाने के लिए कुछ दिनों के लिए ही सही, किसी-न-किसी के हातों बिक जाना बेहतर समझती.
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जानता हूं कि पांच दिन में पचासी-नब्बे प्रतियां बिक जाना कोई बड़ी बात नहीं है, पर जिस तरह कहा जा रहा है कि किताबों के पाठक नहीं हैं, उसमें यह आंकड़ा किंचित संतोष तो देता ही है।
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चाहे वो करोड़ों के लिए खिलाडि़यों का बिक जाना हो या फिर किसी टीम को खरीदने के लिए हुए विवाद हों, या फिर बड़ी-बड़ी हस्तियों व फिल्म स्टार्स का किसी टीम को खरीद लेने का मामला हो।
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तोल रहे हैं झलर मलर तारों की आभा-ये अपनी मोती माला से ;मेरी कविते! दुकानों में सजी वासना, अनकी गली चली मत जानासंभव है बिक जाना तेरेइस नीले आकाश का,संभव है बँध जाना तेरेरागों के मधुमास का!
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वह कराहती, तड़पती, लेकिन शिवमंगला भूखे भेड़िये की तरह उसके शरीर को नोचता रहता और तब वह उस यातना से मुक्ति पाने के लिए कुछ दिनों के लिए ही सही, किसी-न-किसी के हातों बिक जाना बेहतर समझती.
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किसी भी राजनैतिक दल द्वारा सांसदों को खरीदने, मतदाताओं को खरीदने, आम सभा में भीड़ को जुटाने के लिये पर्याप्त पैसा खर्च किया जाता है, तो राजनैतिक दलों द्वारा खरीदने की कोशिश नयी नहीं है, लेकिन पत्रकारों का बिक जाना दुखद है.