भारत कई तरह के ज्ञान से वंचित रह जाता...' ख्याति को बीच में टोकना पड़ता है कि अब थोड़ा मंदिर के बारे में बताओ. वह कहती है,
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कुछ देर बाद उसने अपनी आँखें खोली और मुझसे कहा “ सुनो, जब कोई दुआ मांग रहा हो तो उसे बीच में टोकना अपशुकन होता है ”.
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हमें बीच में टोकना पड़ा, अमाँ मियाँ शुभ-शुभ बोलो अगर ऐसा हो जाय तो हिंदी ब्लोग जगत का हाल भी Bear Stearns जैसा हो जायेगा जहाँ मुश्किल से ढूँढे से कोई ब्लोगर मिलेगा।
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17. दूसरों के कार्यों में व्यर्थ का हस्तक्षेप न करें, दूसरों को बोलते वक्त बीच में टोकना उचित नहीं है, अधिक बोलने की अपेक्षा अधिक सुनने की आदत डालें, उपयोगी, रूचिकर है इस बात पर ज्यादा ध्यान दें।
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और बीच में टोकना मत वर्ना हमारी लय बिगड गयी और हमें गुस्सा आ गया तो तू इस जन्म में समीक्षा करना तो दूर बल्कि ब्लाग लिखना भी भूल जायेगा. ब्लागर डरते हुये बोला-जी बाबा श्री ताऊ महाराज, जैसी आपकी आज्ञा.
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पिताजी ने भी एक दिन परीक्षा ली थी, और हमने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था| अब तुमने पूछा हैं तो सुनो, लेकिन बीच में टोकना नहीं, जब मैं खुद से रुक जाऊ तभी कुछ बोलना, तुम्हे मैं अपनी नहीं, तुम्हारे ही गाँव की कहानी सुनाता हूँ”
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संवाद की डोर उसने पकड़ ली थी, एक के बाद एक सवाल पूछ रही थी मेरे बारे में काम के बारे में मेरे परिवार के बारे में, और मैं अपने दिमाग पर हथोड़े मारकर उसे जगाने की कोशिश कर रही थी काश किसी बात से कोई सूत्र मिल जाए और मैं इस बवंडर से आज़ाद हो जाऊं, किसी को एक आत्मीयता भरी बातचीत के बीच में टोकना और परिचय मांगना कितना कठिन काम है ये मुझे आज पता चला...