हम रोगी के बुध्न (fundus) पर प्रकाश का उत्क्रमण बिंदु (point of reversal) ज्ञात करते हैं, जो कि प्रेषक के निर्नति बिंदु (nodal point) पर संपतित होता है।
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इसके परे शक्तिशाली पेशीय पेषणी, बुध्न ग्रंथियों से अस्तरित होती है, और, कुछ प्रजातियों में, आहार को पीसने में मदद के लिए जंतु द्वारा निगले हुए पत्थर शामिल होते हैं.
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इसके परे शक्तिशाली पेशीय पेषणी, बुध्न ग्रंथियों से अस्तरित होती है, और, कुछ प्रजातियों में, आहार को पीसने में मदद के लिए जंतु द्वारा निगले हुए पत्थर शामिल होते हैं.
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इसके परे शक्तिशाली पेशीय पेषणी, बुध्न ग्रंथियों से अस्तरित होती है, और, कुछ प्रजातियों में, आहार को पीसने में मदद के लिए जंतु द्वारा निगले हुए पत्थर शामिल होते हैं.
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इसके बाद बुध्न में अपकर्षी परिवर्तन होने लगता है, जिससे दृष्टि का स्थायी ह्रास इस सीमा तक हो सकता है कि दृष्टिपटल के बिलगाव के कारण दृष्टि संपूर्ण रूप से नष्ट हो जाए।
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‘बून ' की रिश्तेदारी बुध्न से सम्भव है मगर प्लैट्स बुनियाद का मूल बून नहीं बताते बल्कि बनियाद वाली प्रविष्टि में “देखें बुन” लिखते हैं और ‘बुन' वाली प्रविष्टि में ‘बुनियाद' को ‘बुन' के समतुल्य बताते हैं ।
27.
उन्होंने कहा-' ' ऋग्वेद का ऋषि अपनी अंतदर््रष्टि खोलकर घोषणा करता है-उपरि बुध्न एषाम ् (ऋग्वेद-1 / 24 / 9) अर्थात जो कुछ भी नीचे है, उसका वास्तविक स्त्रोत एवं आधार ऊपर स्थित है।
28.
आमाशय द्वारा बुध्न और आमाशय के ढांचे के इर्द-गिर्द लिपटने से पहले, बुध्न की मात्रा को कम करते हुए-दीवार की मांसपेशियों के संकुचन के माध्यम से भोजन का मंथन किया जाता है, जब पिंड अम्लान्न (आंशिक रूप से पचा हुआ आहार) में परिवर्तित होता है.
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आमाशय द्वारा बुध्न और आमाशय के ढांचे के इर्द-गिर्द लिपटने से पहले, बुध्न की मात्रा को कम करते हुए-दीवार की मांसपेशियों के संकुचन के माध्यम से भोजन का मंथन किया जाता है, जब पिंड अम्लान्न (आंशिक रूप से पचा हुआ आहार) में परिवर्तित होता है.
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आमाशय द्वारा बुध्न [3] और आमाशय के ढांचे के इर्द-गिर्द लिपटने से पहले, बुध्न की मात्रा को कम करते हुए-दीवार की मांसपेशियों के संकुचन के माध्यम से भोजन का मंथन किया जाता है, जब पिंड अम्लान्न (आंशिक रूप से पचा हुआ आहार) में परिवर्तित होता है.