जैतून के फल अनेक प्रकार की चीजों के साथ खाए जाते हैं और वे भूमध्यसागरीय क्षेत्र में पकाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के एक महत्त्वपूर्ण घटक हैं।
22.
जीनोग्राफिक तकनीक के जरिये हाल ही में यह पता चला है कि भूमध्यसागरीय क्षेत्र में कई स्थानों पर पर प्राचीन फिनीशियों के कईवंशज विभिन्न समाजों में घुले-मिले हैं।
23.
गौरतलब है कि मध्यकाल में अरबों ने समूचे भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर अपना दबदबा कायम किया था और तब की महाशक्ति स्पेन का एक बड़ा हिस्सा अरबी उपनिवेश था।
24.
गौरतलब है कि मध्यकाल में अरबों ने समूचे भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर अपना दबदबा कायम किया था और तब की महाशक्ति स्पेन का एक बड़ा हिस्सा अरबी उपनिवेश था।
25.
जीनोग्राफिक तकनीक के जरिये हाल ही में यह पता चला है कि भूमध्यसागरीय क्षेत्र में कई स्थानों पर पर प्राचीन फिनीशियों के कई वंशज विभिन्न समाजों में घुले-मिले हैं।
26.
वैसे जैतून की 1, 000 से अधिक ऐसी चयनित प्रजातियाँ हैं जिनके फल (गुठलीदार फल) पूरे भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उगने वाले अपने जंगली पूर्वजों की तुलना में अधिक बड़े और अधिक गूदेदार होते हैं।
27.
स्टिरोस: “पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र में चौथी से छठवीं सदी के दौरान आए ईसा पूर्व 365 का क्रीट भूकंप और सम्भावित भूकम्पीय गुच्छन: ऐतिहासिक और पुरातात्विक आंकड़ों की एक समीक्षा”, जर्नल ऑफ़ स्ट्रक्चरल जियोलॉजी, खंड 23 (2001), पीपी.
28.
हमारे यहां तो जंगल काट काट कर इस कदर नंगे कर दिये गये हैं कि वर्षा और जलवायु का संतुलन ही बिगड़ गया है और आज हालत यह है कि वनों की कटाई पर प्रतिबंध लगाना पड़ गया है मगर भूमध्यसागरीय क्षेत्र में वन इतने सघन हैं कि वृक्षों की कटाई आवश्यक हो जाती है।
29.
यहाँ खजूर के बहुत से वृक्ष हैं और यहाँ का प्रमुख उद्योग है जूता-उद्योग; टोर्रीविएजा (Torrevieja), जनसंख्या एक लाख, यह एक पर्यटक केन्द्र है और यहाँ विश्व प्रसिद्ध हबानेरास प्रतियोगिता आयोजित होती है; ओरिहुएला (Orihuela), जनसंख्या ७५,०००, प्रमुख कृषि केन्द्र; बेनिडोर्म (Benidorm), जनसंख्या ६७,०००, भूमध्यसागरीय क्षेत्र का मैनहट्टन; एल्कोय (Alcoy), जनसंख्या ६०,०००, वस्त्रोद्योग केन्द्र, और एल्डा (Elda), जनसंख्या ५५,०००, जूता उद्योग।
30.
क्रिश विलिस ने-कि एक विशाल सूर्य ढाल (Sun Shield) बनाकर अन्तरिक्ष में पृथ्वी की भूस्थिर कक्षा में प्रक्षेपित करके स्थापित दी जाए, जो एक उपग्रह की तरह पृथ्वी का चक्कर इस प्रकार लगाती रहे कि हमेशा पृथ्वी और सूर्य के बीच सामने बनी रहे और विशेषकर भूमध्यसागरीय क्षेत्र से सूर्य के 3 प्रतिशत प्रकाश को अन्तरिक्ष में ही परावर्तित कर दे और धरती पर न पहुँचने दे।