| 21. | हजारों वर्षों तक मजीठ की जड़ और बक्कम वृक्ष की छाल लाल रंग का मुख्य स्रोत थी।
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| 22. | मजीठ की पत्तियां चारों तरफ लगती हैं, जिसकी 2 छोटी और 2 बड़ी पत्तियां होती हैं।
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| 23. | हज़ारों वर्षों तक मजीठ की जड़ और बक्कम वृक्ष की छाल लाल रंग का मुख् य स्रोत थी।
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| 24. | सांवली त्वचा को सलोनी रंगत देने के लिए अपनी मजीठ, हल्दी, चिरौंजी 50-50 ग्रा. लेकर पाउडर बना लें।
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| 25. | विशेषज्ञों के अनुसार इस पर मजीठ या मजिष्ठा की जड़ से तैयार किया गया रंग चढ़ाया गया था।
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| 26. | विशेषज्ञों के अनुसार इस पर मजीठ या मजिष्ठा की जड़ से तैयार किया गया रंग चढ़ाया गया था।
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| 27. | स्वरूप: मजीठ बेल के पत्ते झाड़ीनुमा होते हैं, जिसकी जड़ें जमीन में दूर-दूर तक फैली होती हैं।
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| 28. | विशेषज्ञों के अनुसार इस पर मजीठ या मजिष् ठा की जड़ से तैयार किया गया रंग चढ़ाया गया था।
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| 29. | 10-10 ग्राम मजीठ और महुआ को पानी में मिलाकर लेप करने से कमजोर हड्डी ठीक हो जाती है।
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| 30. | सिर दर्द: शुद्ध शिलाजीत 5 ग्राम, गिलोय सत्व और मजीठ चूर्ण 20-20 ग्राम, सबको मिलाकर एक शीशी में भर लें।
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