अरब व्यापारियों तथा लेखकों के विवरण से पूर्व मध्यकालीन समाज एवं संस्कृति के विषय में जानकारी प्राप्त होती है ।
22.
मध्यकालीन समाज में फैली स्त्री-पुरुष असमानता और स्त्री प्रतिमान भी औपनिवेशिक काल और उसके उत्तरार्द्धमें परिवर्त्तित रूप में जिंदा रही।
23.
कल्पना की जा सकती है कि मुहूर्त विचार और शुभ-अशुभ जैसी सोच के चलते मध्यकालीन समाज ने अपने बौद्धिक विकास के सारे रास्ते बंद कर लिए थे।
24.
मध्यकालीन समाज में किसी नागरिक के साथ राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक सत्ता का व्यवहार उसकी शक्ति और व्यक्तिगत रुचि / अरुचि से तय होता था.
25.
कल्पना की जा सकती है कि मुहूर्त विचार और शुभ-अशुभ जैसी सोच के चलते मध्यकालीन समाज ने अपने बौद्धिक विकास के सारे रास्ते बंद कर लिए थे।
26.
मगर मैंने बीस साल के अध्ययन में पाया कि मध्यकालीन समाज में फैली अराजकता और बाहरी आक्रमण से निपटने की चुनौती के साथ खाप पंचायतें अस्तित्व में आयीं।
27.
डॉण् हरफूल सिंह आर्य द्वारा लिखित मध्यकालीन समाज, धर्म, कला एवं वास्तुकला ` में मध्यकालीन जमींदारी प्रथा और तत्कालीन जमींदारों की आर्थिक दशा पर अच्छा प्रकाश डाला गया ।
28.
लेकिन मध्यकालीन समाज का उपरोक्त सारा अध्ययन यह बताता है कि भक्तिकाल के उद्भव के समय में कोई भी धर्म या दर्शन अपने शुद्ध रूप में बना नहीं रह सकता था।
29.
== बुरड़कों का धर्म == [[Chauhan | चौहान]] काल में बुरड़क [[Shiva | शैवोपसक]] थे. पूर्व मध्यकालीन समाज में चार शैव धर्म सम्प्रदायों का जोर था.
30.
ब्रिटेन में कुछ पुरातत्व खुदाई में मिले एक शरीर के अवशेषों से पता चला है कि मध्यकालीन समाज में भी खोपड़ी के जटिल ऑपरेशन किए जाते थे और वे भी बड़ी तेज़ी से.