तकनीकी सत्र में केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. केव्ही आर राव ने कृषकों को संरक्षित खेती के अंतर्गत पालीहाउस, ग्रीनहाउस, सेडनेट एवं मल्चिंग विधि पर सीडी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया।
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हरियाणा के किसान जहां नई-नई फसलें उगा रहे हैं वहीं उन्नत कृषि उपकरण और मल्चिंग (शिमला मिर्च के रोपों को पॉलीथिन से ढ़क कर सुरक्षा प्रदान करना) और ड्रिप सिंचाई जैसी तकनीक का भी भरपूर उपयोग कर रहे हैं.
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अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में अधिक कीमत वाली सब्जियों और पुष्पीय फसलों की संरक्षित खेती को बढ़ावा देने विभिन्न प्रकार के ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस, प्लास्टिक मल्चिंग और प्लास्टिक टनल जैसी गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
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हरियाणा के किसान उन्नत कृषि उपकरणों और ड्रिप इरीगेशन व मल्चिंग जैसी तकनीक का उपयोग करके भरपूर उत्पादन करते हैं हरियाणा के जींद के रहने वाले 57 वर्षीय ओमप्रकाश कंदोला 2005 में छत्तीसगढ़ बनने के बाद यहां आकर बसे थे.
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हरियाणा के किसान जहां नई-नई फसलें उगा रहे हैं वहीं उन्नत कृषि उपकरण और मल्चिंग (शिमला मिर्च के रोपों को पॉलीथिन से ढ़क कर सुरक्षा प्रदान करना) और ड्रिप सिंचाई जैसी तकनीक का भी भरपूर उपयोग कर रहे हैं.
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ट्रेश मल्चिंग: गन्नों की पंक्तियों के बाकी खाली स्थान में गन्नों की सूखी पत्तियाँ या पुवाल की 7-12 सेमी मोटी तह इस प्रकार से बिछा दी जाए कि गन्नों का अंकुर न ढँकने पाए तथा केवल खाली स्थान ही ढँका रहे।
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केले की खेती में मल्चिंग कब और किस प्रकार करनी चाहिए? केले के खेत में प्रयाप्त नमी बनी रहनी चाहिए, केले के थाले में पुवाल अथवा गन्ने की पत्ती की 8 से 10 सेमी ० मोटी पर्त बिछा देनी चाहिए इससे सिचाई कम करनी पड़ती है खरपतवार भी कम या नहीं उगते है भूमि की उर्वरता शक्ति बढ़ जाती है साथ ही साथ उपज भी बढ़ जाती है तथा फूल एवं फल एक साथ आ जाते हैI
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जिला उद्यान अधिकारी मुकेश कुमार ने बैठक में अमरूद, बेल-बेल-बेर-नीबू, पपीता के नए उद्यान, अमरूद बाग जीर्णोद्धार, बल्बस फलावर ग्लेडियोलस, लूज फलावर गेंदा-गुलाब-चमेली, मसाला के अंतर्गत मिर्च, लहसुन खेती, संरक्षित खेती-प्लीास्टिक मल्चिंग, आई. पी. एम., वर्मी कम्पोस्ट इकाई-स्थायी संरचना, वर्मी बैड, उद्यान मशीनीकरण सहित जनपद, प्रदेश व राज्य के बाहर कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लक्ष्य सहित जिला स्तरीय किसान मेला आयोजन आदि कार्यक्रमों के भौतिक-वित्तीय लक्ष्य एवं देय अनुदान राशि आदि की विस्तार से जानकारी दी।