|  | 21. | आँख फटे मशालची के॥ भोजू सेठ ने कहा जितना भी तेल लगे देगा....... 
 
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|  | 22. | सतीश की कलम से-बाप रे बाप: तेली का तेल जले और मशालची की……! 
 
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|  | 23. | तेल जल रहा है, भोजू का और आँख फट रहा है बुझावन मशालची का।' 
 
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|  | 24. | सिपाही और मशालची और मोहर्रिरों वगैरह ने ' आमीन! ' की आवाज बुलंद की। 
 
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|  | 25. | साथ में पचास सिपाही, प्यादे, सवार, खिदमतगार, मशालची, मुन्शी, गुमाश्ते। 
 
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|  | 26. | श्रीकांत कहता है, “संभल के चलो बौ, मशालची तो पीछे रह गये।” स्वयं आगे बढ़ता है। 
 
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|  | 27. | दरवाजे के पास एक मशालची खड़ा था, छै सिपाही, दो खवास, एक फीलबान। 
 
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|  | 28. | बारात वाले दिन तेज सिंह की आखिरी दिल्लगी के चलते चुनार के महाराज शिवदत्त को मशालची बनना पड़ा। 
 
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|  | 29. | तेली का तेल जले, मशालची का दिल जले, कहावत दान कोई करे कुढ़न दूसरे को हो। 
 
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|  | 30. | अब प्रणय जी को आपके जैसे शीर्षासन रत तो मशालची मिले हैं जो अपना ही झोंटा फूंक दें!! 
 
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