निर्गुट आंदोलन: मानकीकरण, मापविज्ञान और गुणता नियंत्रण में सहयोगसन १९८१ के फरवरी माह में नई दिल्ली में निर्गुट आंदोलन (नाम) के विदेशमंत्रियों का जो सम्मेलन हुआ था उसमें यह निर्णय लिया गया था कि एक कार्यकारीदल निर्गुट आंदोलन वाले देशों और अन्य विकासशील देशों के लिए मानकीकरण, मापविज्ञान और गुणता नियंत्रण के क्षेत्रों में सहयोग के लिए गठित किया जाए.