एक छोटी सी सरल बात को इतना बड़ा तूल क्यों दे दिया जाता है यहाँ..?यह बात समझ नहीं आई..सब लिखने पढने वाले हैं और जिस से बात करो वह सब मिल कर रहना चाहते हैं इन ब्लॉग जगत में...पर फिर वही सिलसिला शुरू हो जाता है...निर्मला जी ने सही कहा.....ब्लॉगर शब्द पर ही ब्लॉगर का मनमुटाव..