इसीलिए वही सत्य वचन चेतावनी भी देता है कि “ यदि मन न फिराओगे तो इसी तरह नाश होगे (लूका १ ३: ५) । ” ‘ मन फिराने ' का मतलब है प्रभु यीशु से पापों का अंगीकार करके उन पापों की क्षमा माँगना और उनसे मुँह मोड़ लेना-उस प्रभु यीशु से जिसने आपके पापों की क्षमा, आपको उनके दण्ड से बचाने के लिए, क्रूस पर अपनी जान दी।